झारखंड में जदयू प्रदेश कार्यसमिति में सदस्यों का मनोनयन किया गया है। जेडीयू का यह कदम विधानसभा चुनाव से पहले मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। जेडीयू ने अपनी टीम में कई दिग्गज नेताओं को जगह दी है। सदस्यों को मनोनीत करने का फैसला प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो ने लिया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से संगठन को मजबूती मिलेगी।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो ने संगठन को मज़बूती प्रदान करने के लिए प्रदेश कार्यसमिति में कई नए सदस्यों को स्थान दिया है। उन्होंने अशोक निगम, जेपी सिंह, विजय सिंह कुशवाहा, गीता देवी, केदार भुइयां, मुबारक अंसारी, नेपाल महतो, कार्तिक कुमार, मुन्ना सिन्हा, प्रफुल मांझी, रत्ना शर्मा, अल्पना बोस, महेश्वर चौधरी, अशोक शर्मा, सुशील कुमार मंगलम, यशवंत सिंह, सीताराम रवानी को सदस्य मनोनीत किया है।
इसके अलावा उन्होंने पूर्व मंत्री सुधा चौधरी को विशेष आमंत्रित सदस्य तथा हाजी हसीब ख़ान, केबी सहाय, शैलेंद्र महतो, आशा शर्मा, ब्रह्मदेव प्रसाद, उचित महतो, योगेश शर्मा, अक्षय सिंह एवं धनंजय सिन्हा को आमंत्रित सदस्य के रूप में मनोनीत किया है। यह जानकारी पार्टी प्रवक्ता सागर कुमार ने दी।
झारखंड में भी बीजेपी के साथ जेडीयू करेगी गठबंधन
नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू की ताकत आने वाले दिनों में एक बार फिर से झारखंड में बढ़ेगी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के तहत आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election 2024) में जदयू को सीटें मिलना तय है। इसपर सहमति भी हो चुकी है।
इसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में बढ़ते प्रभाव का असर कहा जा सकता है। इससे पहले वर्ष 2005 और 2009 के विधानसभा में भाजपा के साथ तालमेल कर जदयू ने बेहतर परिणाम हासिल किया था। 2005 में जदयू ने छह सीटें जीती थी, जबकि 2009 में दो प्रत्याशी विजयी हुए थे।