अध्यात्म
इस नियम से करें गणेश चतुर्थी का व्रत
गणेश चतुर्थी का पर्व अपार उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। यह व्रत भगवान गणेश की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत का पालन करने से व्यक्ति के जीवन की समस्त बाधाओं का अंत होता है। इसके साथ घर में शुभता का आगमन होता है।10 दिनों तक चलने वाली यह पवित्र अवधि विघ्नहर्ता के भक्तों के लिए बहुत खास होती है। वहीं, जो लोग इस व्रत (Ganesh Chaturthi 2024 Fast Rules) का पालन कर रहे हैं, उन्हें कुछ जरूरी बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए, जो इस प्रकार हैं।
व्रत के दौरान इन बातों का रखें ध्यान (Ganesh Chaturthi 2024 Vrat Niyam)
- सबसे पहले भक्तों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जो मूर्ति वे घर पर ला रहे हैं, वह इको फ्रेंडली हो, पीओपी से बनी न हो।
- जिन लोगों ने अभी भगवान गणेश की प्रतिमा नहीं लाई है, वे बप्पा को लाते समय उनका चेहरा ढककर लाएं।
- जहां भी मूर्ति स्थापित कर रहे हैं वह, जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए।
- भक्तों को भगवान गणेश की मूर्ति रखने से पहले गंगाजल छिड़कना चाहिए।
- मूर्ति का आह्वान करने के लिए विभिन्न वैदिक मंत्रों का जाप करें।
- इन 10 दिनों (Ganesh Chaturthi 2024) तक तामसिक गतिविधियों से दूर रहें।
- जब तक भगवान गणेश घर पर हों, तब तक सात्विक जीवन शैली का पालन करें।
- मूर्ति का मुख दक्षिण या पश्चिम दिशा की ओर नहीं होना चाहिए।
- एक बार मूर्ति स्थापित करने के बाद बार-बार जगह न बदलें।
- इस दौरान घर में शांति और पवित्रता बनाए रखें और मांसाहारी भोजन, अंडे, प्याज और लहसुन आदि का सेवन न करें।
- जब बप्पा घर पर हों, तो अपने परिवार के सदस्यों से किसी भी तरह का झगड़ा न करें।
- भजन कीर्तन और अपने अच्छे कर्मों से उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करें।
- बप्पा को घर पर अकेला न छोड़ें, क्योंकि यह शुभ नहीं माना जाता है।
- व्रती सात्विक भोजन का ही सेवन करें, मसालेदार, तैलीय चीजों से बचें।
- व्रती फल, मेवे, साबूदाना और दूध का सेवन कर सकते हैं।
- हाइड्रेटेड रहने के लिए खूब सारा पानी व जूस पिएं।