पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में दिए जा रहे मिड-डे मील को लेकर अहम खबर सामने आई है। पंजाब के सभी जिला शिक्षा अफसरों को पत्र जारी कर कहा गया है कि विभाग के नोटिस में आया है कि स्कूलों में दोपहर का भोजन सप्ताहिक मेन्यू के अनुसार नहीं बनाया जाता है। और न ही विद्यार्थियों को मौसम के अनुसार फल दिए जाते हैं। इसके अलावा फर्जी हाजिरी दिखाई जाती है। जबकि सयम सयम पर विद्यार्थियों को हाजिरी मुताबिक निर्धारित सप्ताहिक मेन्यू के अनुसार मिड-डे मील देने संबंधी निर्देश दिए जाते हैं।
विभाग ने एक बार फिर सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि विद्यार्थियों की संख्या के मुताबिक निर्धारित समय पर उन्हें सप्ताहिक मेन्यू अनुसार मिड-डे मील देने सुनिश्चित किया जाए। अगर इन निर्देशों की उल्लंघना की गई है तो उसकी जिम्मेदारी स्कूल प्रमुख की होगी।
सप्ताहिक मेन्यू इस प्रकार है-
- सोमवार- दाल (मौसमी सब्जी) और रोटी।
- मंगलवार-राजमाह और चावल।
- बुधवार-काले चन्ने/सफेद चन्ने (आलू मिलाकर) और पूरी/रोटी।
- वीरवार-कड़ी (आलू और प्याज के पकौड़े सहित) और चावल व मौसमी फल।
- शुक्रवार-मौसमी सब्जी और रोटी।
- शनिवार- माह- चन्ने की दाल और चावल।
सप्ताह में एक दिन विद्यार्थियों को खीर भी परोसी जाएगी। इसके साथ ही सप्ताह में दाल बदलकर बनाई जाए एक ही दाल को बार-बार न बनाया जाए। इस दौरान विद्यार्थियों को मौसमी फल भी दिया जाए। विभाग ने साफ किया है कि बच्चों को खाना गर्मा गर्म परोसा जाएगा। खाने से कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए।