दिल्लीराज्य

100 रुपये के नोट का नंबर बताकर तस्कर करते रहे कोकीन सप्लाई, और यह है मध्य प्रदेश कनेक्शन

दिल्ली से भारी मात्रा में बरामद कोकीन सिर्फ 100 रुपये के नोट का नंबर बताकर एक से दूसरी जगह पहुंचाई जा रही थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सूत्रों का कहना है कि कोकीन की सप्लाई के लिए 100 रुपये के एक नोट के नंबर को कोडवर्ड रखा गया था।

कोकीन से जुड़े हर आरोपी को इस नोट का नंबर बताना होता था। आरबीआई से नंबर की जांच कराने पर नोट की जानकारी मिली। वहीं, महिपालपुर में बरामद 5000 करोड़ की कोकीन के आरोपी तुषार गोयल ने पुलिस को बताया है कि वह इससे पहले 100 किलो कोकीन मंगाकर भारत में खपा चुका है।

इधर, रमेश नगर से बरामद 2000 करोड़ की कोकीन का आरोपी अखलाक हापुड़ और सैफी चेन्नई के रहने वाले हैं। सैफी आलू का थोक विक्रेता है। आलू के व्यापार के दौरान ही उसकी अखलाक से मुलाकात हुई थी। रमेश नगर से बरामद खेप का मुख्य सूत्रधार सैफी है। अखलाक सैफी के लिए मादक पदार्थ रखने के लिए गोदाम और एक से दूसरी जगह ले जाने के लिए कारों का इंतजाम करता था। इसके एवज में सैफी उसे 5 से 10 हजार रुपये देता था। गाजियाबाद व हापुड़ में गोदामों का इंतजाम इसी ने करवाया था।

ऐसे पैक कर लाई गई कोकीन

  • 100 किलो कोकीन – हल्दीराम के भुजिया पैकेट में पैक करके सप्लाई की गई थी। इसका अभी तक पता नहीं लगा है। तुषार ने पूछताछ में इस खेप के भारत में सप्लाई होने का खुलासा किया है।
  • 565 किलो कोकीन- महिपालपुर स्थित गोदाम से खाद के कट्टों में बरामद की गई थी
  • 208 किलो कोकीन- ये टेस्टी ट्रिट के पैकेटों में पैक थी। रमेश नगर स्थित गोदाम से बरामद की गई
  • 10 किलो- पंजाब से पकड़े गए जस्सी के कब्जे से कोकीन पकड़ी गई थी। ये उसके पिट्ठू बैग में थी


जस्सी व सविंदर एक-दूसरे को नहीं जानते थे
महिपालपुर व रमेश नगर से बरामद कोकीन की खेप एक ही सरगना ने भारत भेजी है। भारत में आकर ये अलग-अलग रखी गई थी। इस पर नजर रखने के लिए गिरोह सरगना ने लंदन से जितेंद्र और सविंदर को भेजा था। जितेंद्र को महिपालपुर और सविंदर को रमेश नंबर की कोकीन पर नजर रखनी थी। पहले दोनों एक-दूसरे को नहीं जानते थे। भारत में ही इनकी पहचान हुई थी।

एमपी में गाड़ी उपलब्ध करवाई थी
मध्यप्रदेश की सागर पुलिस ने मो. सैफी को मादक पदार्थों के साथ कुछ साल पहले पकड़ा था। उस समय भी उसे गाड़ी अखलाक ने उपलब्ध कराई थी। उस समय भी मादक पदार्थों को रखने के लिए जगह बताई गई थी।

अब तक सात गिरफ्तार
महिपालपुर मामले में वसंत एंक्लेव निवासी तुषार गोयल, हिंद विहार प्रेम नगर, किराड़ी निवासी हिमांशु कुमार, छोटी रार, देवरिया यूपी निवासी औरंगजेब सिद्दीकी, पश्चिमी मुंबई निवासी भरत कुमार, जितेंद्र गिल उर्फ जस्सी। रमेश नगर मामले में चेन्नई निवासी मोहम्मद सैफी व हापुड़ यूपी निवासी अखलाक।

3.3 करोड़ की कोकीन बरामद

अपराध शाखा ने कोकीन की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का पर्दाफाश कर नाइजीरियाई जोशुआ अमरचुकवा (30) व कोने एन गोलो सेयदौ उर्फ माइक (27) और उबर कैब चालक विनीत (24) को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 563 ग्राम कोकीन बरामद की गई है जिसकी कीमत करीब 3.3 करोड़ रुपये बताई जा रही है।

अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त संजय भाटिया के अनुसार, इंस्पेक्टर रामपाल की टीम दिल्ली-एनसीआर में मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों पर नजर रख रही थी। 27 सितंबर को सूचना मिलने के बाद सनलाइट कॉलोनी से जोशुआ अमरचुकवा व श्रीनिवासपुरी निवासी विनीत को गिरफ्तार किया गया। जोशुआ की तलाशी में 257 ग्राम कोकीन मिली। उसने बताया कि माइक ने उसे कोकीन दी थी। वह इसे दिल्ली-एनसीआर में बेचता था। विनीत हर सौदे में उसके साथ रहता है। इसके बाद जोशुआ की निशानदेही पर माइक को सेक्टर-33, सोहना से गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से 306 ग्राम कोकीन बरामद की गई।

जोशुआ 2021 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था और सनलाइट कॉलोनी में रह रहा था। आसानी से पैसे कमाने के लिए वह विकासपुरी में माइक के संपर्क में आया। माइक ने उससे वादा किया कि अगर वह उसके लिए काम करेगा तो वह आर्थिक मदद करेगा। माइक उसे मांग के अनुसार ग्राहकों के पास भेजता था। माइक उसे हर सप्लाई पर 1000 रुपये देता था। कुछ महीने पहले उसकी मुलाकात विनीत से हुई थी। वहीं, माइक बिजनेस वीजा पर दो महीने पहले नाइजीरिया से दो किलो कोकीन लेकर आया था। वह केवल परिचितों को कोकीन बेचता था।

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