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आया मौसम सर्दी का: दिल्ली के चिड़ियाघर में सांप ओढ़ेंगे कंबल… पुआल पर सोएंगे हिरण

राजधानी में रात के साथ दिन के तापमान में कमी आ रही है। बदलते मौसम को देखते हुए इंसानों के साथ वन्यजीवों को भी सुबह-शाम ठंड का अहसास होने लगा है। चिड़ियाघर में रहने वाले वन्यजीवों के लिए जू प्रबंधन ने विशेष इंतजाम किए हैं। सर्दी से बचाने के लिए यहां रहने वाले सांपों को कंबल ओढ़ाया जाएगा।

वहीं, उनके बाड़ों में पुआल व बोरे बिछाए जाएंगे। साथ ही, हिरण प्रजाति के वन्यजीवों के बाड़ों में पुआल बिछाई जाएगी। इससे हिरण पुआल पर सो सकते हैं। इसके अलावा वन्यजीवों की खुराक में भी बदलाव किया है।

चिड़ियाघर का सर्प गृह मंगलवार से दर्शकों के लिए बंद कर दिया जाएगा। दर्शक पांच महीने तक सांपों को नहीं देख सकेंगे। बड़ी संख्या में रोजाना इन सांपों को देखने के लिए लोग आते थे, लेकिन मार्च तक के लिए सांप घर को बंद कर दिया है। सर्दियों में सांप हाइबरनेशन यानी शीत निद्रा में चले जाते हैं। मौजूदा समय में चिड़ियाघर में सैंड बोआ, नाग, अजगर, पाइथन, कोबरा, रसल वाइपर समेत 13 प्रजाति के सांप हैं।

कृत्रिम बिलों में नींद पूरी करेंगे सांप
अब सांप अपने बाड़े में बने कृत्रिम बिलों में घुसकर अपनी नींद पूरी करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि सांप सर्दियों में बहुत कम निकलते हैं। सदियों में सांप छिपकर बैठे रहते हैं, जिस वजह से सांप घर में दर्शक सांप नहीं देख पाते हैं। ऐसे में सांप घर को बंद करके रखा जाता है। अब अप्रैल में गर्मी शुरू होने पर सांप घर को दर्शकों के लिए खोला जाएगा।

सर्दी में वन्यजीवों के व्यवहार में भी कई बदलाव देखने को मिलते हैं। सर्दियों में सबसे ज्यादा सरीसृप प्रभावित होते हैं, जिसमें मुख्य रूप से सांप आते हैं। इन महीनों में वे सोते हैं या सुस्त अवस्था में रहते हैं। ऐसे में चिड़ियाघर में वन्यजीवों के लिए विशेष इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। दर्शक गर्मी के शुरू होते ही सांपों का एक बार फिर दीदार कर सकेंगे। -डॉ. संजीत कुमार, निदेशक, चिड़ियाघर

सांप घर में हीटर भी लगाए जाएंगे
सांप घर को आधुनिक तरीके से गर्म रखा जाएगा। इसके लिए सांप घर में हाई वोल्टेज बल्ब लगाए गए हैं। इससे ठंड में वो खुद को सुरक्षित रख सकें। हाई वोल्टेज बल्ब से सांप को पर्याप्त गर्मी मिल जाती है। इतना ही नहीं हीटर भी लगाए जाएंगे, जिससे सांप घर गर्म रहे। इसे लगाए जाने से चिड़ियाघर का अजगर बेफिक्र होकर आराम कर सकेगा। साथ ही, चीतल, संघाई, बारहसिंघा, ब्लैक बक, सांभर सहित वन्यजीवों के पिंजरे में पुआल के बिस्तर लगाए जाएंगे।

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