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पंजाब: वाहन चालकों के लिए जरूरी खबर

लुधियाना: वाहन चालकों के लिए जरूरी खबर है। दरअसल, जिला लुधियाना में लोग हवा की गति से वाहन चला रहे हैं जिन पर नुकेल कसने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने अब चालान की संख्या बढ़ा दी है। ट्रैफिक पुलिस द्वारा ओवर स्पीड वाहन चलाने वाले चालकों के रोजाना औसतन 30 से 35 चालान किए जा रहे है। जबकि बीते वर्ष यह संख्या बेहद कम थी। इस समय ट्रैफिक पुलिस के पास कुल तीन स्पीड राडार है जिन्हें फिरोजपुर रोड, दिल्ली रोड तथा जालंधर रोड पर तैनात किया गया है। स्पीड राडार पर नियुक्त टीमों को भी बारी-बारी से हर महीने बदल दिया जाता है।

अधिक स्पीड हुई तो साथ लगाई जाएगी खतरनाक ड्राइविंग की धारा
पुलिस विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद लोग ओवर स्पीड का मोह नहीं त्याग रहे। अब ट्रैफिक पुलिस ने इसका एक समाधान निकाला है। विशेष नाकाबंदी के दौरान जिन वाहन चालकों की स्पीड नियत स्पीड से डेढ़ या दोगुना होगी तो उसका ओवर स्पीड के चालान के साथ-साथ खतरनाक ड्राइविंग के आरोप में भी चालान किया जाएगा

उच्च अधिकारी भी जाहिर कर चुके है सख्त इरादे
ए.डी.जी.पी. ट्रैफिक अमरदीप सिंह राय भी अपने सख्त इरादे जाहिर कर चुके है कि आने वाले समय में ओवरस्पीड तथा डंकन ड्राइविंग पर नकेल कसने के लिए विशेष नाकाबंदी की जाएगी और ऐसे चालक बक्शे नही जाएंगे। जिसके चलते ट्रैफिक पुलिस अब पूरी तरह मुस्तैद हो गई है तथा ओवर स्पीड वाहनों पर काबू पाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए है।

नियत स्पीड 90 की, गाड़ियां दौड़ रही 150 पर
ट्रैफिक पुलिस के पास उपलब्ध स्पीड राडार आधा किलोमीटर से भी अधिक दूरी से वाहन की गति जांचने में सक्षम है तथा वाहन की स्पीड के साथ फोटो कंप्यूटर स्क्रीन पर नजर आ जाती है जिससे चालक इंकार नही कर सकता कि उसकी स्पीड कम थी। बीते कुछ समय में ट्रैफिक पुलिस की टीमों ने ऐसे वाहन चालकों को भी काबू किया है जो नियत 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली सड़क पर 150 की स्पीड से वाहन चलाकर अपनी तथा अन्य लोगों की जान को खतरे में डाल रहे थे।

ड्राइविंग लाइसेंस सस्पैंड होने के साथ ही करना पड़ेगी समाज सेवा और रक्तदान
ओवर स्पीड का पहली बार चालान होने पर एक हजार रुपए जुर्माना तथा दूसरी बार चालान होने पर 2 हजार रुपए का जुर्माना नियत किया गया है। इसके साथ ही चालान होने पर 3 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने के साथ-साथ कम्युनिटी सेवा का प्रावधान भी किया गया है। जिसमें नियम तोड़ने वाले चालक का ट्रांसपोर्ट विभाग से रिफ्रेशर कोर्स कर उसकी ट्रेनिंग किसी स्कूल में छात्रों को देने या नजदीकी किसी अस्पताल में 2 घंटे की समाज सेवा करने या फिर एक यूनिट रक्तदान करने के विकल्प है। ट्रांसपोर्ट विभाग इस वर्ष ऐसे 1100 लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस सस्पैंड भी कर चुका है।

इस साल हुए ओवरस्पीड के चालान
जनवरी 339
फरवरी 275
मार्च 318
अप्रैल 392
मई 490
जून 295
जुलाई 518
अगस्त 1028
सितंबर 1161
21 अक्तूबर तक 1093

ओवरस्पीड है 55 फीसदी से अधिक मौतों का कारण
जानलेवा सड़क हादसों का एक प्रमुख कारण ओवरस्पीड है। सरकारी आंकड़ों की बात करें तो सड़क हादसों के दौरान 55 प्रतिशत के करीब मौतों का कारण वाहन का ओवरस्पीड होना है। लेकिन बावजूद इसके लोग ओवरस्पीड का मोह नही त्याग रहे और सड़कों पर हवा से बातें करते हुए अपने वाहन चला रहे है।

लोग करें नियमों का पालन- ए.सी.पी. सिद्धू
ए.सी.पी. ट्रैफिक गुरप्रीत सिंह सिद्धू का कहना है कि ट्र ट्रैफिक पुलिस द्वारा 3 जगह विशेष नाकाबंदी कर ओवरस्पीड वाहन चलाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। उन्होने कहा कि लोग सड़कों पर नियमों के अनुसार ही वाहन चलाएं अन्यथा ट्रैफिक पुलिस द्वारा नियम तोड़ने वाले लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।

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