झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपनी दूसरी सूची जारी की। इस सूची में मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नेता हेमंत सोरेन के खिलाफ बरहेट सीट से गमलियाल हेम्ब्रोम को उतारा है। हेम्ब्रोम ने 2019 में आजसू पार्टी के टिकट पर बरहेट से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 2,573 वोट मिला था। भाजपा ने टुंडी सीट से विकास महतो की उम्मीदवारी की भी घोषणा की। बता दें कि झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को चुनाव होने वाला है। नतीजे 23 नवंबर को जारी होंगे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साहिबगंज जिले के बरहेट (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र के मौजूदा विधायक हैं। उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा के साइमन माल्टो को 25,740 मतों के अंतर से हराया था। इस चुनाव में हेम्ब्रम आजसू पार्टी की तरफ से चौथे स्थान पर थे। सोरेन ने 2019 के विधानसभा चुनावों में दुमका और बरहेट दोनों सीटों से जीत हासिल की थी। उन्होंने बरहेट सीट को बरकरार रखा। इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनाव में हेमंत सोरेन सामने बरहेट से हेमलाल मुर्मू थे। मुर्मू को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
पहली सूची में इन नेताओं को मिला टिकट
हाल ही में भाजपा ने अपनी पहली सूची जारी की थी, जिसमें 66 उम्मीदवारों के नाम शामिल थे। इस सूची के अनुसार, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी को धनवार से प्रत्याशी बनाया गया है। जबकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी को चंदनकियारी सुरक्षित सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं झारखंड के पूर्व सीएम और पूर्व जेएमएम नेता (अब भाजपा में) चंपई सोरेन को सरायकेला से टिकट दिया गया है। उनके बेटे बाबूलाल सोरेन को घाटशिला सुरक्षित सीट से मौका दिया गया। भाजपा ने पूर्व जेएमएम नेता (अब भाजपा में) लोबिन हेम्ब्रम को बोरियो विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है। बोकारो विधानसभा सीट से बिरंची नारायण को उम्मीदवार बनाया गया है।
झारखंड के पूर्व सीएम और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संरक्षक शिबू सोरेन की बड़ी बहू और भाजपा नेता सीता सोरेन को पार्टी ने जामताड़ा से उम्मीदवार बनाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा का है, जिन्हें पोटका सुरक्षित सीट से टिकट दिया गया है। पूर्व सीएम और ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू को जमशेदपुर पूर्व से टिकट मिला है।