झारखंड में हो रहा विधानसभा चुनाव ऐसी सरकार के बीच का मुकाबला है, जहां एक लोगों के लिए काम करती है और दूसरी प्रधानमंत्री और उनके मित्रों को खुश करने के लिए।”
झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज है। इस बीच राज्य में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन की साथी कांग्रेस ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहाने भाजपा पर निशाना साधा। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि झारखंड में भाजपा सरकार ने 2015 में पावर प्लांट लगाने में अदाणी समूह को फायदा पहुंचाया। कांग्रेस ने कहा कि झारखंड में यह मुकाबला लोगों के लिए काम करने वाली सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने वालों के बीच है।
एक्स पर पोस्ट में कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “वर्ष 2015 के जून महीने में मोदानी ग्रुप ने झारखंड में गोड्डा ज़िले के दस गांवों में कोयला आधारित बिजली संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की थी। झारखंड में तत्कालीन भाजपा राज्य सरकार के पूर्ण सहयोग से, स्थानीय किसानों से 1,255 एकड़ तक भूमि का अधिग्रहण किया गया। इस प्रक्रिया के दौरान बल प्रयोग और डराने-धमकाने की कई रिपोर्ट्स आईं।”
उन्होंने कहा, “नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की सरकार ने इस प्रोजेक्ट में प्रधानमंत्री के पसंदीदा टेम्पो-वाले की मदद करने का हर संभव प्रयास किया- जल्दबाजी में मंजूरी देने से लेकर बिजली संयंत्र को एसईजेड घोषित करने तक। हाल ही में, बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद – जो पहले एक विवादास्पद समझौते के माध्यम से इस संयंत्र से बिजली खरीद रहा था- केंद्र सरकार ने तुरंत मोदानी ग्रुप को यहां की बिजली भारत में ही बेचने की अनुमति दे दी।”
जयराम रमेश ने कहा, “इस बीच किसानों से जबरन जमीन अधिग्रहीत किए जाने के वर्षों बाद भी उन्हें मुआवजे के पूरे भुगतान का इंतजार है। झारखंड में हो रहा विधानसभा चुनाव ऐसी सरकार के बीच का मुकाबला है, जहां एक लोगों के लिए काम करती है और दूसरी प्रधानमंत्री और उनके मित्रों को खुश करने के लिए।”
झारखंड में 13 नवंबर को पहले और 20 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान होना है। महाराष्ट्र और झारखंड दोनों में ही मतगणना 23 नवंबर को होगी।