दस मिनट में वेलकम और ज्योति नगर में दो बड़ी वारदात को अंजाम देने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले तीन नाबालिगों को पकड़ भी लिया। लेकिन इन नाबालिगों के पास अत्याधुनिक हथियार कहां से आए। इस सवाल का पुलिस के पास अभी कोई जवाब नहीं है। शक है कि वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश यमुनापार के नाबालिगों के गैंग मकोका गैंग से जुड़े हो सकते हैं।
इस गैंग को हाशिम बाबा का संरक्षण प्राप्त है। हाशिम बाबा ने इस गैंग के शूटर की मदद से जीटीबी अस्पताल में भर्ती शास्त्री पार्क के घोषित बदमाश वसीम की हत्या करवाने की कोशिश की थी। हालांकि नाबालिग बदमाश ने वसीम समझकर रियाजुद्दीन नाम के मरीज की पांच गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस सूत्रों का कहना है कि वेलकम में कारोबारी की हत्या और ज्योति नगर में कारोबारी में शामिल एक नाबालिग के इंस्टाग्राम पर मकोका गैंग का वीडियो मिला है। जिससे इनके गैंग में शामिल होने की बात सामने आई है।
हालांकि नाबालिग ने गैंग में शामिल होने की बात से इंकार किया है। नाबालिगों से पूछताछ करने के साथ साथ इनके बताई गई बातों की सत्यापन भी किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वीडियो फुटेज, हथियार और इनके कब्जे से मिले नदीम के स्कूटी से इनके वारदात में शामिल होने की पुष्टि हो गई है।
अब पुलिस इनके पूछताछ कर यह जानने की कोशिश कर रही है कि वारदात के लिए इन्हें हथियार किसने मुहैया करवाया और हत्या का मकसद सिर्फ रुपये की लेन-देन ही है। पुलिस गैंगवार की पहलू से भी जांच कर रही है।
शनिवार को मृतक को दोस्त की शादी में जाना था
नदीम के भाई मुस्तकीम ने बताया कि नदीम सबसे बड़े भाई थे। उनकी शादी नहीं हुई थी। शनिवार को उनके एक दोस्त साहिल की शादी थी। उन्हें बारात में मेरठ जाना था। रात में वह अपने साथ जाने वाले शाहनवाज और अमन को बातचीत के लिए बुलाया था। वह दोनों के साथ घर पर आए थे फिर शादी में तैयारी को लेकर बातचीत करने के लिए दोनों दोस्तों के साथ फैक्टरी जा रहे थे।