माननीय सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर पंजाब में नगर निगमों के चुनाव अगले साल के शुरू में होने जा रहे हैं। इन चुनावों के लिए जालंधर नगर निगम ने अभी से तैयारी प्रारंभ कर दी है। नगर निगम कमिश्नर गौतम जैन ने निगम के सभी अधिकारियों को फील्ड में उतार दिया है और शहर की सूरत बदलने के स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए जा चुके हैं।
ऐसे में शहर की सड़कों पर करीब 15 करोड़ रुपए और खर्च करने की योजना भी बना ली गई है। इसके टैंडर भी लग चुके हैं जो 2 दिसम्बर को खोले जाने हैं। माना जा रहा है कि सत्ता पक्ष का यही प्रयास रहेगा कि चुनाव से पहले पहले शहर की तमाम सड़कों पर लुक-बजरी की परत डाल दी जाए परंतु यह भी देखना होगा कि दिसम्बर महीने में अगर भरपूर सर्दी पड़ती है तो नई बन रही सड़कों की क्वालिटी पर इसका क्या असर पड़ेगा।
इन कॉलोनियों में बनने जा रही है नई सड़कें
लद्देवाली फिरनी से गेट तक 29.85 लाख
मोती बाग और आसपास की सड़कें 38.06 लाख
हरदीप नगर की सड़कें 31 लाख
गुरु गोबिंद सिंह एवेन्यू की मेन रोड 32.81 लाख
कमल विहार की सड़कें 42.38 लाख
दशमेश नगर की सड़कें 41.35 लाख
ओल्ड बारादरी की सड़क 42.57 लाख
पटेल चौक से कपूरथला रोड डम्प साइट 41.62 लाख
बचिन्त नगर की सड़कें 18.99 लाख
गदईपुर कंक्रीट रोड 38.81 लाख
होटल प्रैसीडैंट के सामने राजेंद्र नगर 10.36 लाख
सिल्वर एन्क्लेव की सड़कें 45.08 लाख
अमन नगर की सड़क 36.73 लाख
मोती बाग की सड़क 44.79 लाख
बसंत हिल्स कॉलोनी की सड़क 49.28 लाख
बडिंग की इंटरलॉकिंग टाइल वाली सड़क 11.17 लाख
वजीर सिंह एन्क्लेव की सड़क 20.73 लाख
शालीमार गार्डन की सड़क 85.89 लाख
बडिंग जंजघर से जी.टी. रोड 60.79 लाख
बडिंग मेन रोड बिजली घर और ग्राऊंड तक 87.70 लाख
तल्हण रेलवे क्रॉसिंग से अरमान नगर 32.44 लाख
दकोहा स्कूल से गुरुद्वारा सिंह सभा तक 28.48 लाख
करोल बाग की सड़कें 21.94 लाख
कपूरथला रोड से राजनगर 1.31 करोड़
कपूरथला रोड 1.77 करोड़
पैच वर्क से संबंधित भी 8 टैंडर लगाए गए
नगर निगम कमिश्नर का कहना है कि जिन सड़कों को पैच लगाकर ठीक किया जा सकता है, उन पर अच्छे तरीके के पैच लगाए जाएंगे। पता चला है कि निगम प्रशासन ने पैच वर्क से संबंधित 8 टैंडर लगाए हुए हैं जो करीब 78 लाख के हैं। टैंडर अलॉट होने के बाद शहर की तमाम सड़कों पर पैच वर्क के माध्यम से उन्हें गड्ढामुक्त बनाने की योजना है। गौरतलब है कि पिछले लंबे समय से नगर निगम ने पैच वर्क हेतु टैंडर ही नहीं लगाए थे और जो टैंडर लगे भी थे वह सिरे नहीं चढ़ पाए थे, इस कारण लंबे समय तक शहर को टूटी सड़कों का संतान झेलना पड़ा। अब निगम चुनाव के चलते शहर के लोगों को टूटी सड़कों की समस्या से निजात मिलने जा रही है।