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बाजार में बढ़त पर ताजा विवाद से अदाणी के शेयर और टूटे

घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन हरियाली लौटी। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी में बढ़त दर्ज की गई। वहीं, अदाणी पोर्ट्स और एक्सिस बैंक में गिरावट दर्ज की गई। हालिया विवाद के बाद अदाणी समूह के शेयरों पर शुक्रवार को भी दबाव दिखा। आइए जानें बाजार का हाल।

भारतीय बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी 50, पिछले सत्र में पांच महीने के निचले स्तर पर फिसलने के बाद शुक्रवार को बढ़त के साथ खुले। अदाणी समूह के मुखिया गौतम अदाणी से जुड़ा नया विवाद सामने आने और अमेरिकी श्रम बाजार में मजबूती का संकेत देने वाले आंकड़ों के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन बीएसई सेंसेक्स 500 अंक या 0.64% बढ़कर 77,648 पर कारोबार करता दिखा। निफ्टी50 156 अंक या 0.67% बढ़कर 23,506 पर कारोबार करता दिखा।

अदाणी समूह के शेयरों में 8% तक की गिरावट
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक और एनटीपीसी में बढ़त दर्ज की गई। दूसरी ओर, केवल अदाणी पोर्ट्स और एक्सिस बैंक में गिरावट दर्ज की गई। अदाणी समूह के शेयर शुक्रवार को भी दबाव में रहे, जो 8% तक गिरकर खुले।

कथित रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों के बाद अदाणी के शेयर और टूटे
अदाणी ग्रीन एनर्जी में सबसे अधिक गिरावट देखी गई, जो लगभग 8% गिर गई, इसके बाद अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में 7% की गिरावट दर्ज की गई। अदाणी एंटरप्राइजेज, अदानी पावर, अदाणी टोटल गैस और अदाणी विल्मर सहित समूह के अन्य शेयर 4-7% गिरावट के साथ खुले। पिछले सत्र में समूह के बाजार मूल्य में लगभग 27 बिलियन डॉलर की गिरावट आई। अमेरिकी अभियोजकों ने अदाणी समूह के संस्थापक गौतम अदाणी पर कथित रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। समूह ने आरोपों को “निराधार” बताते हुए खारिज कर दिया है। इस बीच, केन्या ने गुरुवार को अदाणी समूह के साथ अपनी करीब 2 बिलियन डॉलर की खरीद प्रक्रिया को रद्द कर दिया। इस समझौते के जरिए जिससे देश के मुख्य हवाई अड्डे का नियंत्रण अदाणी समूह को सौंपे जाने की उम्मीद थी।

टाटा पावर के शेयरों में 2% की तेजी
एकल शेयरों में, टाटा पावर के शेयरों में 2% की तेजी आई, क्योंकि कंपनी ने स्वच्छ ऊर्जा बिजली परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिए एशियाई विकास बैंक के साथ 4.25 बिलियन डॉलर का करार किया है। एसजेवीएन के शेयरों में भी 6% से अधिक की तेजी आई, क्योंकि कंपनी ने अक्षय ऊर्जा विकास के लिए राजस्थान सरकार के साथ एक समझौता किया। सेक्टोरल फ्रंट पर, निफ्टी बैंक, फाइनेंशियल सर्विसेज, आईटी, पीएसयू बैंक और रियल्टी इंडेक्स 1-2% की तेजी के साथ खुले, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 और मिडकैप 100 में करीब 0.5% की तेजी आई। बाजार में उतार-चढ़ाव को मापने वाला इंडिया VIX 2.5% की गिरावट के साथ 15.6 पर आ गया।

महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बाजार की नजर
शुक्रवार को निफ्टी 50 इंडेक्स 61.90 अंक या 0.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,411.80 अंक पर खुला, जबकि बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स 193.95 अंक या 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 77,349.74 अंक पर खुला। विशेषज्ञों के अनुसार बाजार अब भी सतर्क मोड में हैं और सप्ताहांत में महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे शेयरों को नई दिशा दे सकते हैं। अदाणी समूह के शेयरों में बिकवाली के दबाव के कारण कल एफआईआई ने ज्यादा शेयर बेचे।

बाजार की चाल पर क्या बोले जानकार?
बैंकिंग और मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने कहा, “मिश्रित वैश्विक और घरेलू संकेतों के कारण आज भारतीय शेयर बाजारों में सतर्क चाल दिखने की उम्मीद है। शनिवार को महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर बाजारों की निगाह रहेगी। यूक्रेन रूस के बढ़ते तनाव के कारण तेल की बढ़ती कीमतों पर भी सावधानी से नजर रखी जाएगी।” उन्होंने आगे कहा, “कल एफपीआई की बिक्री निराशाजनक रूप से अधिक रही, ऐसा शायद अदाणी समूह के शेयरों पर दबाव के कारण रहा। दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 5वें सबसे बड़े बाजार के रूप में, भारतीय निवेशकों और भारतीय बाजारों को इस तरह के घटनाक्रमों को गंभीरता से लेना चाहिए और अधिक तनाव नहीं लेना चाहिए।”

वैश्विक बाजार का क्या हाल है?
एशियाई बाजारों में, जापान के निक्केई 225 में 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई, ताइवान के भारित सूचकांक में 1.74 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई, और दक्षिण कोरिया के कोस्पी में भी 1.13 प्रतिशत की वृद्धि हुई। हालांकि, इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक हांगकांग और चीन के बाजार गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे।

डॉलर के मुकाबले रुपया सीमित दायरे में कारोबार करता दिखा
रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले स्थिर रुख के साथ खुला और अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से मात्र तीन पैसे बढ़कर 84.47 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा। विदेशी बाजार में अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ तथा ब्रेंट तेल की कीमतों में तेजी जारी रही, क्योंकि यूक्रेन और रूस के बीच लड़ाई ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित करना जारी रखा। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शेयर बेचने का सिलसिला जारी रखा है और डॉलर पर अच्छी पकड़ बनाए रखी है। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.48 पर खुला और एक सीमित दायरे में घूमते हुए 84.47 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया, जिसमें पिछले बंद भाव के मुकाबले मात्र 3 पैसे की बढ़त है। गुरुवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 8 पैसे कमजोर होकर 84.50 के सर्वकालिक निम्नतम स्तर पर बंद हुआ था।

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