जैसलमेर की ट्रेनी पायलट चेष्टा बिश्नोई की सड़क हादसे में मौत हो गई। पुणे के चिकित्सालय में चेष्टा के हृदय, लिवर सहित अन्य अंगों का सफलतापूर्वक दान किया गया। इससे आठ लोगों को नया जीवन मिला है।
जैसलमेर जिले के खेतोलाई गांव की बेटी और ट्रेनी पायलट चेष्टा बिश्नोई का सड़क दुर्घटना में दुखद निधन हो गया। आसमान में उड़ान भरने से पहले चेष्टा दुनिया को अलविदा कह गई। वहीं, चेष्टा के परिवार ने बड़ा फैसला लेते हुए उनके अंगदान का निर्णय लिया, जिससे उनकी मृत्यु के बाद भी आठ लोगों को जीवनदान मिला। पुणे के चिकित्सालय में चेष्टा के हृदय, लिवर सहित अन्य अंगों का सफलतापूर्वक दान किया गया। चेष्टा के पार्थिव शरीर को आज शाम खेतोलाई में पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी।
जानकारी के अनुसार, चेष्टा खेतोलाई के पूर्व सरपंच भैराराम बिश्नोई की पड़पोत्री थीं। उनके पिता ज्योति प्रकाश बिश्नोई और माता सुषमा बिश्नोई पोकरण में इंडेन गैस एजेंसी संचालित करते हैं। परिवार में चेष्टा का एक भाई भी है, जो पढ़ाई कर रहा है।
पोकरण विधायक महंत प्रतापपुरी महाराज, पूर्व कैबिनेट मंत्री शाले मोहम्मद और प्रधान भगवतसिंह तंवर सहित कई जनप्रतिनिधियों ने चेष्टा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। चेष्टा की इस संवेदनशील पहल ने समाज के सामने एक उदाहरण पेश किया है।
मौत के बाद भी चेष्टा के अंगों से कई लोगों को जीवन मिला, लेकिन जिलेवासियों के लिए खेतोलाई की बेटी के विमान उड़ाने का सपना अब कभी पूरा नहीं होगा। गमगीन माहौल में जिले की इस होनहार बेटी को अंतिम विदाई दी जाएगी।