केकड़ी में हजारों भक्तों की आस्था का केंद्र बने खाटूश्याम व लक्ष्मीनारायण मंदिर का प्रथम पाटोत्सव मनाने की जोर शोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं। इन मंदिरों में प्राण प्रतिष्ठा हुए एक वर्ष पूरा होने जा रहा है। इन मंदिरों के साथ ही सटकर स्थित बालाजी मंदिर का भी पाटोत्सव मनाया जाएगा।
केकड़ी में पोकीनाड़ी के यहां एक ही जगह पर क्रम से बने खाटूश्यामजी, लक्ष्मीनारायणजी व बालाजी महाराज के मंदिरों का पाटोत्सव अगले माह बसंत पंचमी को धूमधाम से मनाया जाएगा। तीनों मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा बसंत पंचमी के दिन हुई थी। बालाजी मंदिर तो पुराना है, मगर खाटूश्याम व लक्ष्मीनारायण मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पिछले साल ही हुई थी।
इन तीनों मंदिरों की प्रतिष्ठा की तिथि एक ही होने से तीनों मंदिर का पाटोत्सव एक साथ मनाया जा रहा है। पाटोत्सव का आयोजन श्री श्याम प्रेमी सेवा समिति एवं श्री पोकीनाडी बालाजी समिति के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा।
वैदिक पंचांग के अनुसार माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 2 फरवरी को सुबह 11 बजकर 54 मिनट से आरंभ हो रही है, जो अगले दिन यानी 3 फरवरी को सुबह 9 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के हिसाब से बंसत पंचमी 3 फरवरी को मानी जाएगी।
श्याम भक्त जीतू भाटी ने बताया की पाटोत्सव में आस्था व भक्ति से ओतप्रोत कई कार्यक्रम होंगे, जिसमें दो फरवरी को सुबह 9 बजे श्रीचारभुजा मंदिर से कलश यात्रा व निशान यात्रा निकलेगी तथा श्याम बाबा का नगर भ्रमण कराया जाएगा। इसमें 1100 कलशों के साथ बड़ी संख्या में बाबा के निशान व श्याम बाबा की आकर्षक सवारी शामिल होगी।
दो फरवरी को ही रात्रि में भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें सुविख्यात भजन गायक संत प्रकाशदास महाराज, गोकुल शर्मा व ऋषभ मित्तल व बाल कलाकार रिद्देश अरोड़ा अपनी प्रस्तुति देंगे। श्री श्याम प्रेमी सेवा समिति के अध्यक्ष चंचल कुमार चौकड़ीवाल ने बताया कि पाटोत्सव के सभी कार्यक्रमों को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए बैठक आयोजित की गई, जिसमें श्यामभक्तों की एक टीम बनाकर उन्हें उत्तरदायित्व सौंपे गए।