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वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार कहते हैं कि हिमस्खलन एक प्राकृतिक और सामान्य घटना है। बर्फबारी के समय हिमस्खलन होता है। ऊंचाई वाले इलाके में हिमस्खलन होता है। दरअसल वहां लगातार बर्फबारी हो रही है, वहां ऐसे स्लोप है, जहां वह टिक नहीं पाती है गिर जाती है।
मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून निदेशक विक्रम सिंह कहते हैं कि अत्याधिक बर्फ गिरती है तो ऐसी घटना हो सकती है। बर्फबारी के मद्देनजर ही आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। शनिवार से मौसम ठीक होना शुरू हो जाएगा।
चमोली में हिमस्खलन का खतरा बरकरार
रक्षा भू-सूचना विज्ञान अनुसंधान प्रतिष्ठान ने हिमस्खलन को लेकर अलर्ट जारी किया है। इसमें उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में 2400 मीटर से ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमस्खलन होने की चेतावनी जारी की गई है। इसमें चमोली जिले को अत्यधिक असुरक्षित स्थिति में बताया गया है। रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर, उत्तरकाशी को असुरक्षित बताया गया है।