कारोबार

ट्रंप के पारस्परिक शुल्क से निपटने के तरीकों पर विचार कर रहा भारत

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पारस्परिक शुल्क की धमकी से वैश्विक स्तर पर व्यापार युद्ध छिड़ने की आशंकाओं बीच भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के तहत चुनौती का सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने की कोशिश कर रहा है।

ट्रंप ने दो अप्रैल से पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की

मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क लगाने के लिए यूरोपीय संघ, चीन और कनाडा के साथ भारत का भी उल्लेख किया। अपनी ”अमेरिका फ‌र्स्ट” नीति के अनुरूप ट्रंप ने कई ऐसे व्यापारिक साझेदारों पर दो अप्रैल से पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की, जो अमेरिका से आयात पर उच्च शुल्क लगाते हैं।

मामले से परिचित लोगों ने वाशिंगटन में 13 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ट्रंप द्वारा व्यक्त की गई प्रतिबद्धता का हवाला देते हुए कहा कि भारत को समाधान खोजने का भरोसा है।

बातचीत से निकलेगा हल

बैठक में दोनों पक्ष इस साल के अंत तक एक व्यापार समझौते पर बातचीत करने और व्यापार घाटे को कम करने के लिए 2030 तक वार्षिक व्यापार में 500 बिलियन डॉलर का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने पर सहमत हुए। मोदी-ट्रंप वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस स्तर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक नई और निष्पक्ष व्यापार शर्तों की आवश्यकता होगी।

कैसे काम करता है टैरिफ वॉर? पढ़ें किसपर पड़ता है व्यापार युद्ध का सबसे बुरा असर

चीन, मेक्सिको और कनाडा के उत्पादों पर अमेरिका का टैरिफ (Tariff War) मंगलवार से लागू हो गया है। माना जा रहा है कि इसी के साथ दुनिया टैरिफ वॉर के दौर में प्रवेश कर गई है। आइये जानते हैं कि टैरिफ क्या है और यह कैसे काम करता है?

आयात पर लगने वाला टैक्स है टैरिफ टैरिफ आयात पर लगने वाला टैक्स है। आम तौर पर खरीदार जिस कीमत पर विदेशी विक्रेता से सामान खरीदता है,उस कीमत का एक तय प्रतिशत टैरिफ वसूला जाता है।

अमेरिका में उत्पादों के हिसाब से टैरिफ दरें अलग-अलग

अमेरिका में कस्टम्स एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन एजेंट्स पूरे देश में 328 बंदरगाहों पर टैरिफ एकत्र करते हैं। अमेरिका में टैरिफ दरें अमेरिका में उत्पादों के हिसाब से टैरिफ दरें अलग-अलग हैं। उदाहरण के लिए पैसेंजर कारों पर यह 2.5 प्रतिशत और गोल्फ शूज पर 6 प्रतिशत हैं। उन देशों के लिए टैरिफ दरें कम हो सकती हैं, जिनके साथ अमेरिका का व्यापार समझौता है।

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