
प्रदेश चुनाव के बाद दिल्ली में खूब चलने वाली गोहाना की जलेबी पर हरियाणा विधानसभा सदन में मंगलवार को सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा और भाजपा के विधायक राम कुमार गौतम के बीच तीखी नोंक-झोंक हो गई। जलेबी पर सुनाए अपने एक कटु अनुभव के बाद खुद पर अरविंद शर्मा के एक बयान से नाराज होकर राम कुमार गौतम ने मंत्री पर गंभीर आरोप मढ़ दिया। इसके बाद स्पीकर को हस्तक्षेप करके मामला शांत करवाना पड़ा।
इसके बाद मंत्री ने कहा कि अगर आरोप साबित करें तो वह राजनीति छोड़ देंगे। इसके बाद विधायक गौतम सदन छोड़कर बाहर निकल गए। स्पीकर ने स्पष्ट कहा कि एक-दूसरे पर टिप्पणी में इस्तेमाल शब्दोें को कार्यवाही में एक्सपंज (किसी रिकॉर्ड या जानकारी को हटाने या मिटा देने की प्रक्रिया) किया जाएगा।
मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि अपनी बारी में बोलते हुए सरकार की नीतियों के साथ गोहाना की जलेबी की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गोहाना में जलेबी तलकर महाराष्ट्र और दिल्ली में कामयाबी का झंडा लहराया। अब यह जलेबी बिहार में भी भाजपा की कामयाबी सुनिश्चित करेगी। गोहाना की जलेबी ने समाज के भाईचारे को मजबूत किया है। आज दिल्ली में बनने वाली जलेबी को भी गोहाना की जलेबी के तौर पर पहचान मिली है। गोहाना का नाम ऊंचा कर दिया। मुख्यमंत्री से गोहाना को जिला बनाने के बारे में अपनी राय रखूंगा। हालांकि, अपने विभागों के कार्यों की जानकारी देने के बाद मंत्री अरविंद शर्मा सीट पर बैठ गए थे।
इसी बीच स्पीकर ने अरविंद शर्मा से कहा कि डॉक्टर साहब आपने मुद्दे खूब रख लिए, मगर जलेबी कब खिला रहे है। इस पर अरविंद शर्मा ने कहा कि सोमवार को जलेबी पार्टी पक्की है। इसी के बीच विधायक राम कुमार गौतम ने उठकर कहा कि वह अपनी एक बात रखना चाहते है। गौतम ने कहा कि गोहाना की जलेबी को लेकर अपना एक अति कटु अनुभव साझा किया। तभी अरविंद शर्मा ने उठकर गौतम पर खाने-पीने की एक बात को लेकर एक टिप्पणी कर दी। उस बयान को गौतम ने बुरा मानते हुए अरविंद शर्मा पर गंभीर आरोप तक मढ़ दिए। इस बार स्पीकर ने गौतम को अनुमति नहीं देते हुए कुछ भी बोलने से साफ मना कर दिया। जिसके बाद गौतम सदन छोड़कर बाहर चले गए।