
सोमवार को एनडीएमसी सचिव के साथ एक अहम बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में वैध दुकानों पर चलाए गए बुलडोजर और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर बातचीत होगी।
सरोजिनी नगर मार्केट में शनिवार देर रात एनडीएमसी की ओर से अवैध दुकानों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई रात करीब 10:30 बजे शुरू हुई, जब अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर जा चुके थे। इस दौरान बड़ी संख्या में दुकानों को नुकसान पहुंचा है, जिससे स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश देखा जा रहा है।
दुकानदारों का आरोप है कि एनडीएमसी ने बिना किसी पूर्व सूचना के यह कार्रवाई की, जिसमें वैध दुकानों को भी नुकसान हुआ है। सरोजिनी नगर मिनी मार्केट एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने बताया कि आधी रात को बुलडोजर चलाकर लगभग 150 से 175 दुकानों को लाखों का नुकसान पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई में न सिर्फ छोटी दुकानों, बल्कि बड़ी दुकानों और मिनी मार्केट्स की छतें तक तोड़ दी गईं। व्यापारियों ने इस कार्रवाई को एकतरफा और गैरकानूनी बताया है।
दुकानदारों का आरोप है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान उनकी दुकानों पर बिना किसी पूर्व सूचना के बुलडोजर चला दिया गया। उन्होंने अपनी दुकानों से सामान निकालने की अनुमति मांगी, लेकिन पुलिस ने न केवल मना किया, बल्कि लाठीचार्ज भी कर दिया। दुकानदारों ने बताया कि एक व्यक्ति के पिता लाल सिंह सालुजा 2005 के बॉम्ब ब्लास्ट में मारे गए थे।
इसके बाद वह अपने परिवार का पालन-पोषण जूस की दुकान से कर रहे थे, जिसे अब पूरी तरह खत्म कर दिया गया है। दुकानदारों ने इस कार्रवाई को अमानवीय और निंदनीय बताया है। उनका कहना है कि इस तरह की जबरन कार्रवाई से उनका जीवन और रोजगार दोनों खतरे में है।
आज एनडीएमसी सचिव के साथ होगी बैठक
अध्यक्ष अशोक रंधावा ने बताया कि सोमवार को एनडीएमसी सचिव के साथ एक अहम बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में वैध दुकानों पर चलाए गए बुलडोजर और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर बातचीत होगी।
रंधावा ने कहा कि कई बार वैध दुकानों को भी बिना सूचना के तोड़फोड़ का सामना करना पड़ता है, जो निंदनीय है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि ऐसी कार्रवाई दोबारा होती है, तो मार्केट को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने की घोषणा की जा सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल मार्केट में बुलडोजर तैनात हैं, जिससे व्यापारियों में भय और असमंजस का माहौल बना हुआ है।