जीवनशैली

Ovarian Cyst होने पर शरीर में नजर आते हैं ये लक्षण, जानें कारण और बचाव के तरीके

आज के समय में अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल और खराब खानपान के कारण लोगों को कई गंभीर बीमार‍ियां अपनी चपेट में ले रहीं हैं। वहीं मह‍िलाओं में Ovarian Cyst के मामले भी देखे जा रहे हैं। Uterus के दोनों तरफ लगे गोलाकार अंग को ही ओवरी कहते हैं। ये बच्चेदानी का ही हिस्सा हाेता है। इसके ब‍िना महि‍लाएं कंसीव नहीं कर पाती हैं। अगर स‍िस्‍ट की बात करें तो ये Fluid से भरी होती है।

ओवरी में स‍िस्‍ट की समस्या महिलाओं में तेजी से देखने को म‍िल रही है। बीमारी कोई भी हो, शरीर में कुछ लक्षण जरूर नजर आते‍ हैं। ऐसे में Ovarian Cyst होने पर मह‍िलाओं का शरीर पहले से ही कई संकेत देने लगता है। आज का हमारा लेख भी इसी व‍िषय पर है। हम आपको इसके कारण और लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं ताक‍ि आप समय से पहले बीमारी की पहचान कर इलाज करवा सकें। आइए जानते हैं व‍िस्‍तार से-

क्‍या है Ovarian Cyst?
क्‍लीवलैंड क्‍लीन‍िक के मुताब‍िक, Ovarian Cyst फ्लूड से भरी होती हैं। ये ओवरी के अंदर या उसके ऊपर होता है। ये कई तरह के हो सकते हैं। कुछ ऐसे होते हैं जि‍न्‍हें डाॅक्‍टर की मदद के ब‍िना नहीं पता लगाया जा सकता है। इस कारण कई लोग इसकी पहचान नहीं कर पाते‍ हैं और आगे चलकर ये बीमारी गंभीर रूप ले सकती है।

Ovarian Cyst के कारण?
सेल्‍स के असामान्य रूप से बढ़ने पर भी सि‍स्‍ट बन सकते हैं। PCOS के कारण भी आपकी ओवरी पर कई छोटे सिस्ट बन सकते हैं। pelvic infections भी आपके Ovary तक फैल सकता है, जिससे सिस्ट बन सकते हैं।

Ovarian Cyst के लक्षण
नाभि के नीचे तेज दर्द होना

ब्लोटिंग

कमर का साइज बढ़ना

मल त्याग करते समय दर्द होना

थकान या चक्कर आना

पेट में सूजन महसूस होना

पीर‍ियड्स से पहले पैल्विक दर्द

जांघों में दर्द

ब्रेस्‍ट में दर्द होना

बेहोशी या चक्कर आना

तेज-तेज सांस लेना

जी मिचलाना

प्रेग्नेंसी में तकलीफ

वजाइना से ब्लीडिंग होना

Ovarian Cyst से कैसे करें बचाव
रोजाना प्राणायाम और योगाभ्यास करें।

प्रोटीन को अपनी डायट में शामिल करें।

रेशेदार फलों का सेवन करें।

हरी पत्तेदार सब्जियों काे डाइट का ह‍िस्‍सा बनाएं।

रोजाना चार से पांच लीटर पानी प‍िएं।

इन चीजों से करें परहेज

रेड मीट खाने से बचें।

आर्टिफ‍िश‍ियल स्‍वीटनर का इस्‍तेमाल करें।

शराब और स्‍माेक‍िंग से बचें।

चाय कॉफी का सेवन कम करें।

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