
रेवाड़ी के सेक्टर-4 में हिंसक गाय ने एक व्यक्ति पर हमला कर दिया। इस हमले में अंशुल बेनीवाल को गंभीर चोट आने के कारण अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। सीसीटीवी में दिख रहा है कि हिंसक हुई गाय अंशुल बेनीवाल के पीछे दौड़ रही है। जब अंशुल खाली प्लाट में गिरा तो करीब 5 मिनट तक गाय रौंदती रही।
बेनीवाल की चिल्लाने की आवाज सुनकर बचाने दौड़े तीन से चार लोगों को गाय मारने दौड़ पड़ी। उसके बाद जैसे तैसे अंशुल को बचाया गया। घायल के परिजनों ने बताया कि पीड़ित अंशुल शाम के समय घर से बाइक पर पास के पार्क में खेलने के लिए जा रहा था। इसी दौरान उसके पीछे से एक गाय दौड़ पड़ी और उसे बाइक समेत गिरा लिया।
अंशुल जान बचाने के लिए दौड़ा तो पीछे-पीछे दौड़कर अंशुल को एक खाली प्लॉट में गिराकर करीब पांच मिनट तक पैरों से रौंदती रही। हैरानी की बात यह है कि नगर परिषद पिछले चार महीनों में करीब 1000 बेसहारा पशुओं को पकड़ने का दावा कर रही है, लेकिन सड़कों पर इनका आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा। शहर में अब तक बेसहारा पशुओं के हमलों में कई लोगों की जान जा चुकी है।
डीसी अभिषेक मीणा ने कहा कि गोशाला संचालकों की मीटिंग बुलाई गई थी, ताकि इन सभी पशुओं को गोशालाओं में भेजा जा सके। लापरवाही जिसकी भी मिलेगी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, पालतु गोवंश को खुले में छोड़ने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई के लिए कहा था।
एक गाय ने 5 लोगों पर किया था हमला
बता दें कि कुतुबपुर इलाके में एक गाय ने 5 लोगों पर 17 जून को हमला कर दिया था। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। 2 लोगों को काफी चोटें आई थीं। तब गाय को पकड़ लिया गया था।
पशुओं को पकड़ने का टारगेट 1300 का रखा
बता दें कि नगर परिषद की तरफ से करीब जून तक 1000 से अधिक गोवंश पकड़े गए हैं। बावजूद शहर में गोवंश बड़ी संख्या में दिख रहे हैं। नगर परिषद ने पशुओं को पकड़ने का टारगेट 1300 का रखा है। ऐसे में यह टारगेट भी जल्द पूरा होता हुआ नजर आ रहा है। इस बार देखने वाली बात यह होगी कि नगर परिषद की तरफ से गोवंशों को पकड़ने के लिए टारगेट बढ़ाया जाता है या नहीं। क्योंकि हर बार नगर परिषद ने 1300 के आसपास ही पशु एक साल में पकड़े हैं। ठोस योजना ना होने के कारण सड़कों पर गोवंश देखने को मिलते हैं। अगर इस बार नगर परिषद ने टारगेट नहीं बढ़ाया तो गोवंश सड़कों पर बड़ी संख्या में देखने को मिलेंगे।
इस वजह से बढ़ती है पशुओं की संख्या
बता दें कि हर साल पशुओं की संख्या बढ़ने का एक मुख्य कारण यह भी है कि लक्ष्य हमेशा एक जैसा ही रहा है। औसतन हर साल की बात करें तो 1300 के आसपास पशु पकड़े जाते हैं। साल 2021 में भी 1300 पशु, 2022, 2023, 2024 में भी स्थिति इसी प्रकार की रही। इस साल भी 1300 पशु पकड़े जाएंगे। अगर नगर परिषद पशुओं को पकड़ने की संख्या नहीं बढ़ाता है तो सड़कों पर बेसहारा पशुओं से निजात लोगों को नहीं मिल पाएगी।