उत्तरप्रदेशराज्य

कानपुर में जगन्नाथ रथयात्रा में फिर बवाल… मारपीट और पथराव

कानपुर के जनरलगंज में रथयात्रा के दौरान दो मंडलों के बीच मारपीट हो गई। इस दौरान जमकर पत्थर चले। 10 से अधिक लोग घायल हो गए। एक मंडल की महिलाओं ने दूसरे मंडल के पदाधिकारियों पर बदसलूकी का आरोप लगाया है।

कानपुर के जनरलगंज में जगन्नाथ रथयात्रा के दूसरे दिन भी देर रात 10 बजे बवाल हो गया। दो मंडलों के पदाधिकारियों में मारपीट हुई। पत्थर चले और वाद्य यंत्रों से एक दूसरे पर हमला किया गया। इसमें बच्चे, महिलाओं समेत 10 से अधिक लोग घायल हो गए। आरोप है कि एक मंडल की महिलाओं से दूसरे मंडल के पदाधिकारियों ने बदसलूकी की।

शनिवार रात जनरलगंज से जगन्नाथ रथयात्रा उठी और नयागंज चौराहे के पास पहुंची। यहां पर श्री ओमर वैश्य बाल गोपाल जी सेवा समिति की ओर से श्रद्धालुओं के लिए पानी और कोल्ड ड्रिंक का स्टॉल लगा था।

बताया जा रहा है कि दूसरे मंडल श्री दोषर वैश्य नवयुवक मंडल के पदाधिकारी वहां से गुजरे और दोनों मंडलों के पदाधिकारियों के बीच विवाद शुरू हो गया। एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय ने बताया कि मामला शांत करा दिया गया है।

पहले दिन होती कार्रवाई तो न बढ़ता बवाल
जगन्नाथ रथयात्रा के पहले दिन भी श्री ओमर वैश्य बाल गोपाल जी सेवा समिति और श्री दोषर वैश्य नव युवक मंडल के पदाधिकारियों के बीच मारपीट और कहासुनी हुई थी। एक मंडल की महिलाओं ने दूसरे पदाधिकारियों पर नशे में धुत होकर अभद्रता करने का आरोप लगाकर बादशाहीनाका थाने में शिकायत की थी। हालांकि पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।

इसका नतीजा यह हुआ कि दूसरे दिन शनिवार रात फिर से मारपीट और पथराव हुआ। श्री ओमर वैश्य बाल गोपाल जी सेवा समिति के दीप कुमार ओमर ने आरोप लगाया है कि 27 और 28 जून की रात करीब दो बजे उनके स्टाल पर श्री दोसर वैश्य नवयुवक मंडल के कुछ लोग पानी पीने के लिए आए।

वह नशे में धुत थे। उन्होंने महिलाओं से अभद्रता की। मौके पर मौजूद युवकों ने जब उनका विरोध किया तो देख लेने की धमकी दी। दीप कुमार का आरोप है कि पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।

अगर कार्रवाई की जाती तो दूसरे दिन मारपीट और पत्थर नहीं चलते। एसीपी कलक्टरगंज आशुतोष सिंह ने बताया कि पहले दिन कोई मारपीट या हंगामे की कोई सूचना नहीं है। बादशाहीनाका थाने में भी किसी तरह की कोई शिकायत नहीं पहुंची है। दोनों ही मंडल पहले एक थे।

किसी कारण से दोनों अलग अलग हो गए। उनके बीच करीब चार साल से मनमुटाव चल रहा है। बादशाहीनाका इंस्पेक्टर घायलों का मेडिकल करा रहे हैं। रविवार को रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। दूसरे पक्ष को भी बुलाया गया है। उनकी बात भी सुनी जाएगी।

रथयात्रा में भीड़ होने से भाग निकले हमलावर
दोनों ही मंडल के साथ कई अन्य लोग भी शामिल थे। आसपास के लोगों ने बताया कि पहले कुछ लोगों ने पानी की छोटी वाली बोतलें और पाउच एक दूसरे पर फेंके थे। इस वजह से दूसरी ओर से भी बोतलें फेंकी गई। इस वजह से मामला बढ़ गया। रथयात्रा में भीड़ होने की वजह से हमलावर भाग निकले। पुलिस थोड़ी थोड़ी दूरी पर रथ के साथ चल रही थी। अधिक भीड़ होने से हमलावरों की जानकारी नहीं हो सकी।

देर रात खंगाले सीसीटीवी कैमरे
पुलिस ने देर रात ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। पुलिस रविवार को आरोपियों की शिनाख्त करा सकती है। महिलाओं और बच्चों से भी जानकारी की जाएगी। रथयात्रा के आयोजकों को भी बुलाया जाएगा। मारपीट के बाद कई अन्य थानों के फोर्स मौके पर बुला लिया गया।

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