
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 15 जुलाई तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसूनी हवाओं की सक्रियता से 11 से 13 जुलाई तक राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाओं व गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
सावन शुरू होने से पहले मानसून की झमाझम बारिश ने प्रदेश को तर-बतर कर दिया है। वीरवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश दर्ज की गई है। गुरुग्राम जिले में सबसे अधिक बारिश हुई है। हिसार और भिवानी में रुक-रुककर बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी बारिश के आसार हैं। 15 जुलाई मानसून के बादल प्रदेश में बरसते रहेंगे।
पिछले चार दिनों से मानसून टर्फ उत्तर की तरफ बने रहने के कारण हरियाणा में मानसून की जोरदार बारिश हो रही हैं। प्रदेश के सभी जिलों में बारिश हो रही है जिसमें दक्षिण हरियाणा के जिलों में सामान्य से अधिक बारिश है। इस बार मानसून की सबसे अधिक बारिश गुरुग्राम जिले में दर्ज की जा रही है। तेज बारिश के बाद उमस से राहत मिली है। दिन व रात के तापमान में गिरावट आई है। बंगाल की खाड़ी की तरफ से नमी वाली मानसूनी हवाएं राज्य की तरफ लगातार आ रही हैं।
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 15 जुलाई तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान मानसूनी हवाओं की सक्रियता से 11 से 13 जुलाई तक राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाओं व गरज चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। 14 व 15 जुलाई को राज्य के उत्तरी जिलों में ज्यादातर स्थानों पर हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश तथा दक्षिण पश्चिमी जिलों में कहीं कहीं हल्की बारिश की संभावना है।
भिवानी में क्लास रूम में भरा पानी, दिग्विजय ने छाता लगाकर दिया भाषण
भिवानी के प्रेमनगर के राजकीय उच्च विद्यालय में वीरवार को तेज बारिश के दौरान परिसर में पानी जमा हो गया। मैदान ऊंचा होने के कारण बारिश का पानी क्लासरूम में भर गया। कक्षा में ड्यूल डेस्क पर बैठे बच्चों के पैरों तक पानी पहुंचा तो इसकी सूचना गांव की शिक्षा एवं विकास समिति को दी गई। जिसके बाद समिति सदस्यों ने विद्यालय पहुंचकर पानी निकासी का प्रबंध कराया। इधर, भिवानी के बवानीखेड़ा में आयोजित कार्यक्रम में जजपा नेता दिग्विजय चौटाला को बारिश नहीं रुकने के कारण छाता लेकर भाषण देना पड़ा। कार्यकर्ता भी बारिश में भींगकर अपने नेता को सुनते रहे।