राष्ट्रीय

मानसून सत्र में एक भी दिन ठीक से नहीं चली संसद

बिहार में मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में हंगामा किया। इसके चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में पंद्रहवें दिन भी विपक्ष के हंगामे के साथ कार्यवाही शुरू हुई।

सीतारमण ने ‘आयकर विधेयक, 2025’ को वापस ले लिया

लोकसभा स्थगित होने से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ‘आयकर विधेयक, 2025’ को वापस ले लिया, जिस पर प्रवर समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी थी।

किरेन रिजीजू बोले- विपक्षी दलों का रवैया ठीक नहीं

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्षी दल ऐसे समय व्यवधान उत्पन्न कर रहे हैं, जब निजी विधेयकों पर चर्चा होनी है। विपक्षी दलों को यह नहीं कहना चाहिए कि सरकार ने सहयोग नहीं किया, क्योंकि सरकार शुरू से ही कह रही है कि वह नियमों के तहत सभी मुद्दों पर चर्चा कराने को तैयार है।

विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा में SIR वापस लो के नारे लगाए

बिहार में मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का हवाला देते हुए विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा में एसआइआर वापस लो, एसआइआर पर चर्चा कराओ जैसे नारे लगाए।

लोकसभा अध्यक्ष की मेज थपथपाने पर पीठासीन अधिकारी ने जताई आपत्ति

कुछ सदस्यों को लोकसभा अध्यक्ष की मेज थपथपाते हुए भी देखा गया, जिस पर पीठासीन अधिकारी कृष्ण प्रसाद टेनेटी ने कड़ी आपत्ति जताई। टेनेटी ने कहा, यह ढोल नहीं है। आप इस तरह मेज नहीं पीट सकते। मैं इस पर कड़ी आपत्ति जताता हूं।

राज्यसभा की कार्यवाही भी हंगामे के कारण बाधित रही और विपक्षी सदस्यों द्वारा बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण, कांग्रेस द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोप और विभिन्न मुद्दों पर जोरदार विरोध के बीच सदन को दोपहर 12 बजे के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।

उपसभापति द्वारा नियम 267 के तहत सभी नोटिसों को अस्वीकार करने और अन्य सभी कार्यों को स्थगित करने के बाद सदन को पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

विपक्ष के लगातार हंगामे बाद राज्यसभा स्थगित कर दी

फिर विपक्ष के लगातार हंगामे के बीच पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। पहले स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही पुन: शुरू होने के बाद पीठासीन अधिकारी घनश्याम तिवारी ने सदस्यों से प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया, लेकिन विपक्षी सांसदों ने अपना विरोध जारी रखा।

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