नेहरू के कहने पर TATA ने शुरू की थी LAKME

आज भारत में कई कंपनियों के ब्यूटी प्रोडक्ट्स मिलते हैं। लेकिन एक समय था जब भारत की अपनी कोई ब्यूटी कंपनी नहीं थी। वो समय था आजादी के बाद का। उस समय महिलाएं सजने-संवरने के लिए विदेश से मेकअप का सामान मंगाया करती थीं। ब्यूटी प्रोडक्ट्स आयात करने में फॉरेन एक्सचेंज पर भार पड़ रहा था। ऐसे में सरकार ने इसके आयात पर बैन लगा दिया। यही वो पल था जब भारत ने अपने पहले बड़े ब्रांड को स्थापित करने की सोची। यही वो समय था जब जन्मा था भारत का सबसे बड़ा ब्यूटी ब्रांड LAKME।
बहुत से लोगों को लगता है कि लैक्मे विदेशी ब्रांड है। लेकिन ऐसा नहीं है। यह भारत का ब्यूटी ब्रांड है। इसको शुरू करने के पीछे भारत के पूर्व और पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का हाथ है। उन्होंने ही इसकी नींव रखी थी आइए जानते हैं वो किस्सा जब लैक्मे शुरू हुआ और फिर टाटा ने LAKME को क्यों बेच दिया।
लैक्मे के प्रोडक्ट्स जिनमें लिप ग्लॉस, स्टेटमेंट विंग्ड आईलाइनर आदि शामिल हैं। इस ब्रांड के प्रोडक्ट्स महिलाओं के बीच सबसे अधिक पसंद किए जाते रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने जेआरडी टाटा को इस कॉस्मेटिक ब्रांड को शुरू करने के लिए कैसे राजी किया, इसके पीछे एक कहानी है।
नेहरू ने टाटा से ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने को कहा
पचास के दशक की शुरुआत की बात है। भारत एक युवा देश था, और एक उभरती अर्थव्यवस्था की सभी आर्थिक परेशानियां उसमें मौजूद थीं। स्वाभाविक रूप से, प्रधानमंत्री नेहरू इस बात को लेकर चिंतित थे कि भारतीय मध्यम और उच्च वर्ग की महिलाएं पश्चिम से ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीदकर बहुमूल्य विदेशी मुद्रा बर्बाद कर रही हैं।
भारत में ब्यूटी प्रोडक्ट्स के आयात पर बैन लगने के बाद बड़े घरानों की महिलाएं अपनी फरियाद लेकर पीएम जवाहर लाल के पास पहुंची और कहा कि हम महिलाओं के पास यही एक चीज है और आपने हमसे वो भी छीन ली। कुछ करिए। इसके बाद स्थिति बदलने के लिए, नेहरू ने उद्योगपति जेआरडी टाटा से आगे आने को कहा। बदलाव लाने के लिए जरूरी उद्यमशीलता केवल उन्हीं के पास थी। चुनौतियों से कभी पीछे न हटने वाले टाटा ने स्थिति का ध्यानपूर्वक अध्ययन करना शुरू किया।
ऐसे पड़ा था LAKEM का नाम
भारत के पहले कॉस्मेटिक ब्रांड, लक्मे के नाम की प्रेरणा किसी और से नहीं, बल्कि देवी लक्ष्मी से मिली थी। दिलचस्प बात यह है कि टाटा समूह की एक टीम को अपने फ्रांसीसी समकक्षों के साथ विचार-विमर्श के बाद, ब्रांड का नाम तय करने के लिए पेरिस भेजा गया था। संयोग से, टीम की मुलाकात प्रसिद्ध फ्रांसीसी संगीतकार लियो डेलिबेस से हुई।
डेलिबेस एक ओपेरा में अभिनय कर रहे थे। यह भारतीय लड़की पर केंद्रित था, जिसका नाम धन और समृद्धि की भारतीय देवी के नाम पर रखा गया था। टीम को तुरंत पता चल गया कि उन्हें ब्रांड का नाम मिल गया है। लक्मे भारतीय देवी लक्ष्मी के फ्रांसीसी अनुवाद से प्रेरित था और यह भारतीय संदर्भ में सुंदरता का सटीक प्रतीक था।
सिमोन टाटा थीं LAKME की अध्यक्ष
यह ब्रांड 1952 में लॉन्च हुआ और भारतीय महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तेजी से फैला। धीरे-धीरे, यह ब्रांड घर-घर में जाना जाने लगा और शहरी महिलाओं के बीच खास तौर पर लोकप्रिय हुआ। 1961 में सिमोन टाटा के लैक्मे की प्रबंध निदेशक बनने के बाद, इस ब्रांड में कई बड़े बदलाव हुए जिसने इसे और भी ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने प्रोडक्ट की कीमत और ब्रांड की स्थिति बदल दी, और लक्मे जल्द ही भारत में एक जाना-माना नाम बन गया। 1982 में उन्हें कंपनी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
…और फिर बिक गया LAKME
टाटा ने 1996 में लैक्मे को एफएमसीजी क्षेत्र की तेजी से बढ़ती कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर को बेच दिया। आज, कंपनी के 300 से अधिक प्रोडक्ट्स दुनिया भर के 70 से अधिक देशों में बेचे जाते हैं। 100 रुपये से लेकर सबसे महंगे 1,000 रुपये तक, उनकी विस्तृत मूल्य सीमा हर तरह के ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करती है।
टाटा ने क्यों बेचा था लेक्मे
TATA Group ने 1998 में स्टील, ऑटोमोबाइल और केमिकल जैसे अपने मुख्य बिजनेस पर ध्यान केंद्रित करने के लिए LAKME को हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) को बेच दिया था। हालांकि, टाटा ने इसके 18 साल बाद यानी 2016 में फिर से ब्यूटी बिजनेस में प्रवेश किया। कंपनी ने स्टूडियोवेस्ट के साथ कॉस्मेटिक के बिजनेस में एंट्री मारी। टाटा ग्रुप की ट्रेंट ने अपनी आय बढ़ाने और एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में बढ़ते उपभोक्तावाद का लाभ उठाने के लिए अपने वेस्टसाइड डिपार्टमेंटल स्टोर्स पर मेकअप प्रोडक्ट्स सेल करती है।
नोएल टाटा के नेतृत्व वाली ट्रेंट ने ‘जूडियो ब्यूटी’ नाम से एक नया रिटेल फॉर्मेट पेश किया था, जो मास-मार्केट ब्यूटी सेगमेंट में अपनी पहुंच बना रहा है। यह नया उद्यम हिंदुस्तान यूनिलीवर के एले 18, शुगर कॉस्मेटिक, हेल्थ एंड ग्लो और कलर बार जैसे ब्रांडों को टक्कर दे रहा है।
तो ये थी भारत की सबसे बड़े ब्यूटी कंपनी LAKME की कहानी। इसी तरह की कहानियों से लेकर शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस और बिजनेस की हर एक छोटी-बड़ी खबर के लिए आप पढ़ते रहें जागरण बिजनेस।