
एक दिन की राहत के बाद दो दिन मौसम फिर बिगड़ने वाला है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से 13 और 14 अगस्त को देहरादून समेत टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, बागेश्वर, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और अल्मोड़ा जिले के कुछ इलाकों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि 15 को भी अधिकतर जिलों में मौसम बिगड़ा रहेगा।
मौसम वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने बताया, 13 से 15 अगस्त तक प्रदेशभर में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। ऐसे में नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने के साथ ही संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन होने की भी आशंका है। हिदायत देते हुए कहा कि बारिश के दौरान नदी-नालों के आसपास न जाएं और आवश्यक न हो तो पर्वतीय इलाकों में यात्रा करने से बचें। वहीं, देहरादून में कल कक्षा एक से 12 तक और सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
बाढ़ का खतरा
वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अगले पांच दिनों में प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद प्रदेश सरकार भी चौकन्नी हो गई है। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड में रहने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
मानसून ट्रफ और पश्चिमी विक्षोभ बना बारिश का कारण
प्रदेशभर में भारी से भारी बारिश होने का मुख्य कारण हिमालय से गुजरी मानसून ट्रफ लाइन और पश्चिमी विक्षोभ है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया, पश्चिमी विक्षोभ निचले और मध्य क्षोभामंडल स्तरों से उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू कश्मीर के ऊपर होने से एक च्रकवाती तूफान बन रहा है। इसके चलते बनने वाली नमी बादल बना रही है और उत्तराखंड में 13 से 15 अगस्त तक भारी से भारी बारिश की संभावना है। जबकि 16 अगस्त को भी प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में बारिश होने के आसार हैं।
प्रदेश में तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 151 सड़कें बंद
प्रदेश में बारिश के बाद मलबा आने से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 151 सड़कें बंद हैं। जिससे तीर्थयात्रियों के साथ ही स्थानीय लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक उत्तरकाशी में 17, अल्मोड़ा और बागेश्वर में आठ-आठ, चमोली में 18, देहरादून में 15, हरिद्वार में एक, नैनीताल में 5, पौड़ी-पिथौरागढ़ में 20-20, रुद्रप्रयाग में 22 और टिहरी जिले में 17 सड़कें बंद हैं।