जब बगैर परमिशन के Dilip Kumar के घर में घुस गए थे धर्मेंद्र

धर्मेंद्र हिंदी सिनेमा के लीजेंडरी एक्टर्स में से एक हैं। इंडस्ट्री में करीब 6 दशक से वह बतौर अभिनेता अपनी धाक जमाए हुए हैं। दिवंगत दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार (Dilip Kumar) संग उनके रिश्ते काफी अच्छे थे और धर्म पाजी उन्हें अपना बड़ा भाई मानते थे। बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि दिलीप साहब की वजह से ही धर्मेंद्र (Dharmendra) के अंदर हीरो बनने की इच्छा जागी थी।
इस बीच हम आपको इन दोनों से जुड़ा एक किस्सा बताने जा रहे हैं, जब धर्मेंद्र बिना परमिशन के दिलीप कुमार के घर में घुस गए थे। आइए जानते हैं कि पूरा मामला आखिर क्या है।
दिलीप कुमार के घर में धर्मेंद्र की एंट्री
बात उस समय की जब 1948 में धर्मेंद्र ने अपने रिश्तेदारों संग मिलकर दिलीप कुमार की फिल्म शहीद को देखा था। इस मूवी से धर्मेंद्र इतना अधिक प्रेरित हो गए कि वह दिलीप साहब को अपना रोल मॉडल मानने लगे और ये सपना देखने लगे कि वह भी उनकी तरह हिंदी सिनेमा में एक्टर बनेंगे। जब धर्मेंद्र एक बार मुंबई अपने किसी रिश्तेदार के घर घूमने गए तो उन्होंने ये ठान लिया था कि वह दिलीप कुमार से जरूर मिलेंगे। बतौर फैन धर्म पाजी काफी एक्साइटेड थे और वह बांद्रा स्थित ट्रेजेडी किंग के घर जा पहुंचे।
उस वक्त सिक्योरिटी और सीसीटीवी कैमरे का चलन अधिक नहीं था तो धर्मेंद्र के लिए राह आसान हो गई। वह सीधे ऊपर वाले फ्लोर पर पहुंचे और जिस रूम को उन्होंने दरवाजा खटखटाया वह खुदकिस्मती से दिलीप कुमार का ही थी। अपने सामने एक नौजवान को इस तरह से देखकर दिलीप साहब हैरान हो गए, धर्मेंद्र उनको एक नजर घूरे जा रहे थे। तभी अचानक जोरों से दिलीप कुमार ने घर के नौकरों को आवाज देकर बुलाया।
शोर सुनकर धर्मेंद्र वहां से भाग निकले, क्योंकि दिलीप कुमार ने उन्हें चोर समझ लिया था। हालांकि, समय बीतने के बाद एक समय वह आया कि दिलीप और धर्मेंद्र एक दूसरे के अजीज दोस्त बन गए और दोनों एक साथ कई मूवीज में काम भी किया।
धर्मेंद्र और दिलीप कुमार की फिल्में
दिलीप कुमार और धर्मेंद्र दोनों ही अपने-अपने दौर के बड़े सुपरस्टार रहे। इन दोनों ने साथ में मिलकर भी स्क्रीन को साझा किया था। इनकी पॉपुलर मूवीज में बंगाली फिल्म पारी और अनोखा मिलन का नाम शामिल होता है।