कारोबार

26 अगस्त को खुलेगा इस धांसू इंजीनियरिंग कंपनी का आईपीओ

अगले हफ्ते इश्यू लॉन्च होने से पहले शुक्रवार को विक्रान इंजीनियरिंग के शेयरों में ग्रे मार्केट प्रीमियम में बढ़ोतरी देखी गई। इंफ्रास्ट्रक्चर ईपीसी कंपनी 26 अगस्त को अपना आईपीओ लॉन्च करने वाली है और इस इश्यू के जरिए 772 करोड़ रुपये जुटाएगी।

आईपीओ ओपन होने से पहले इसका शेयर ₹22 प्रति शेयर के GMP पर कारोबार कर रहे हैं। अगर बोली अवधि के दौरान यह गति स्थिर रहती है, तो शेयर भारतीय एक्सचेंजों पर अच्छी बढ़त के साथ लिस्ट हो सकता है। ₹97 के ऊपरी मूल्य बैंड के आधार पर, ₹22 का GMP लगभग ₹119 की संभावित लिस्टिंग कीमत का संकेत देता है, जो IPO मूल्य से 22.7% अधिक है।

क्या है Vikran Engineering के IPO की प्राइस बैंड

Vikran Engineering Limited के IPO की प्राइस बैंड प्रति इक्विटी शेयर ₹92 से ₹97 की है। इसकी फेस वैल्यू ₹1 है। IPO में ₹721 करोड़ तक की नई शेयरों की बिक्री और राकेश अशोक मारखेडकर द्वारा ₹51 करोड़ तक का ऑफर फॉर सेल शामिल है। नए शेयरों से मिलने वाली राशि में से ₹541 करोड़ का इस्तेमाल कंपनी की वर्किंग कैपिटल जरूरतों और सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्यों के लिए होगा।

कंपनी के बारे में

विक्रान इंजीनियरिंग भारत की तेजी से बढ़ती इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) कंपनियों में से एक है, जिसने 2023-25 के बीच रेवेन्यू ग्रोथ में इंडस्ट्री औसत और अन्य कंपनियों से बेहतर प्रदर्शन किया है (स्रोत: CRISIL रिपोर्ट)। कंपनी का प्रोजेक्ट पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइड है, जिसमें ज्यादातर रेवेन्यू एनर्जी और वॉटर इन्फ्रास्ट्रक्चर से आता है। ये कॉन्सेप्ट डिजाइन से लेकर सप्लाई, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमीशनिंग तक टर्नकी आधार पर पूरी सेवाएं देती है। कंपनी पावर, वॉटर और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कई सेक्टर्स में काम करती है।

पावर सेक्टर में कंपनी पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन दोनों में सक्रिय है। वॉटर सेक्टर में इसके प्रोजेक्ट्स में अंडरग्राउंड वॉटर डिस्ट्रीब्यूशन, सरफेस वॉटर एक्सट्रैक्शन, ओवरहेड टैंक और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क शामिल हैं। कंपनी ग्राउंड-माउंटेड सोलर प्रोजेक्ट्स और स्मार्ट मीटरिंग में भी अनुभव रखती है।

14 राज्यों में 45 प्रोजेक्ट्स पूरे किए

30 जून 2025 तक विक्रान इंजीनियरिंग ने 14 राज्यों में 45 प्रोजेक्ट्स पूरे किए, जिनका कुल कॉन्ट्रैक्ट मूल्य ₹1,919.92 करोड़ था। वर्तमान में 16 राज्यों में 44 प्रोजेक्ट्स चल रहे हैं, जिनकी कुल ऑर्डर वैल्यू ₹5,120.21 करोड़ है, जिसमें से ₹2,442.44 करोड़ की ऑर्डर बुक है।

कंपनी के सरकारी क्लाइंट्स में NTPC लिमिटेड, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी, नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी, ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन ऑफ तेलंगाना, मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी, मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी, डिस्ट्रिक्ट वॉटर एंड सैनिटेशन मिशन (PHED), और स्टेट वॉटर एंड सैनिटेशन मिशन (SWSM) शामिल हैं। इसके अलावा, ये असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी और ईस्टर्न सेंट्रल रेलवे के दानापुर डिवीजन के लिए भी काम कर रही है।

कैसे रहे हैं वित्तीय नतीजे

कंपनी का ऑपरेशन से रेवेन्यू FY24 में ₹785.95 करोड़ से बढ़कर FY25 में ₹915.85 करोड़ हो गया, यानी 16.53% की बढ़ोतरी, जो मुख्य रूप से EPC सर्विसेज और नए प्रोजेक्ट्स की वजह से हुई। टैक्स के बाद का मुनाफा FY24 के ₹74.83 करोड़ से 3.99% बढ़कर FY25 में ₹77.82 करोड़ हो गया।

पैंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड और सिस्टमैटिक्स कॉरपोरेट सर्विसेज लिमिटेड इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं, और बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड रजिस्ट्रार है।

IPO बुक-बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए हो रहा है, जिसमें 50% तक शेयर क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स, कम से कम 15% नॉन-इंस्टीट्यूशनल बिडर्स, और कम से कम 35% रिटेल इंडिविजुअल बिडर्स के लिए होंगे

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