
राजस्थान में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से आमजन का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं मौसम विभाग ने साफ किया है कि फिलहाल राज्य को राहत मिलने की संभावना नहीं है। विभाग के अनुसार 7 सितंबर के बाद ही बारिश में कुछ कमी आ सकती है। गौरतलब है कि प्रदेश में वर्षा जनित हादसों में अब तक 193 से ज्यादा मौते हो चुकी हैं। इसके अलावा संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा है। राज्य सरकार ने आज से अपने मंत्रियों और विधायकों को वर्षा प्रभावित जिलों का दौरा करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 30 जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने 5 सितंबर के लिए ताजा अलर्ट जारी किया है। जिसमें जयपुर, नागौर, सीकर, अजमेर, टोंक और भीलवाड़ा में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। इन जिलों में कहीं-कहीं तेज बारिश, आकाशीय बिजली और 30–40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।
वहीं चूरू, झुंझुनूं, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, बाड़मेर, सिरोही, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ सहित 30 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
जोधपुर-बाड़मेर संभाग में 5 से 7 सितंबर तक भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिनों में बारिश की गतिविधियां और तेज हो सकती हैं। 5 से 7 सितंबर के बीच इन क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
अलर्ट पर प्रशासन, नागरिकों से सतर्कता की अपील
मौसम विभाग ने नागरिकों को बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने, बिजली गिरने की संभावना वाले स्थानों से दूर रहने और सतर्क रहने की सलाह दी है। वहीं स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और संवेदनशील इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
जयपुर में भी हालात खराब
जयपुर में भी लगातार बारिश ने निचले इलाकों में हालात बिगाड़ दिए हैं। भारी बारिश के दौरान नगर निगम जयपुर हैरिटेज को बाढ़ नियंत्रण केंद्रों और कार्यालयों पर कुल 330 शिकायतें प्राप्त हुईं। जिला प्रशास ने बताया कि जलभराव एवं मिट्टी कटाव रोकने हेतु 19,800 मिट्टी के कट्टों का उपयोग किया गया, 15 पंप लगाए गए, जबकि जवाहर नगर कच्ची बस्ती में तीन अतिरिक्त पंप स्थापित किए गए। साथ ही 3,100 फीट सड़क मरम्मत और 180 नालों व मैनहोल पर कवर लगाए गए। विद्युत संबंधी 450 शिकायतों में से 280 का निस्तारण तत्काल किया गया। राहत कार्यों में 7 जेसीबी, 13 ट्रैक्टर-ट्रॉली और 4 डंपर अतिरिक्त लगाए गए।
नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) की बाढ़ बचाव टीमों ने पिछले तीन दिनों में 9 रेस्क्यू कार्य कर आमजन को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। ठीकरिया गुर्जरान (कोटखावदा), जयसिंहपुरा खोर, सागर रोड आमेर और गलता मंदिर रोड जैसे इलाकों से प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकाला गया। इसी प्रकार एसडीआरएफ ने दूदू क्षेत्र में छापरवाड़ा बांध के ओवरफ्लो से जलभराव में फंसे 4 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। कोटखावदा में नालावास बांध टूटने पर प्रभावित गांवों में निरीक्षण कर रेस्क्यू टीमें तैनात की गईं।