
बीजू जनता दल (बीजद) ने शुक्रवार को ओडिशा के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल कुमार मलिक को पार्टी विरोधी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए निलंबित कर दिया। पार्टी की यह कार्रवाई बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक के करीबी माने जाने वाले मलिक के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर क्षेत्रीय संगठन ठीक से काम नहीं करता है तो वह पार्टी छोड़ सकते हैं।
बीजद उपाध्यक्ष (मुख्यालय) प्रताप जेना ने एक आदेश में कहा, ‘प्रफुल्ल कुमार मल्लिक, पूर्व विधायक कामाख्यानगर, जिला- ढेंकनाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए तत्काल प्रभाव से बीजू जनता दल से निलंबित किया जाता है।’
ओडिशा के पूर्व मंत्री प्रफुल्ल कुमार मल्लिक को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण शुक्रवार को बीजू जनता दल से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबन कुछ सदस्यों की नाराजगी के बीच हुआ है। पार्टी के दो नेताओं एन भास्कर राव और लाल बिहारी हिमिरिका ने कुछ दिन पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफों के बाद चार बार विधायक रह चुके मल्लिक ने भी पार्टी छोड़ने की बात कही थी।
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता श्रीकांत कुमार जेना ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहने के बीजू जनता दल (बीजद) के फैसले पर निशाना साधा और नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली क्षेत्रीय पार्टी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया। जेना ने तर्क दिया कि बीजद ने मतदान प्रक्रिया में भाग न लेकर एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए जीत दिलाने में मदद की।
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब बीजू जनता दल (बीजद) ने उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से परहेज किया, जबकि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने भी मतदान में भाग नहीं लेने का फैसला किया था। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने घोषणा की थी कि वह चुनाव का बहिष्कार करेगा, क्योंकि पंजाब के लोग केंद्र और राज्य सरकार से कोई मदद न मिलने से परेशान और नाराज हैं।