महाराष्ट्रराज्य

महाराष्ट्र: युवा नीति समिति में विशेष सदस्य बने एनसीपी नेता सूरज चव्हाण

महाराष्ट्र सरकार ने एनसीपी नेता सूरज चव्हाण को राज्य की संशोधित युवा नीति का मसौदा तैयार करने के लिए गठित समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया है। चव्हाण ने हाल ही में लातूर में एक कार्यकर्ता पर हमला किया था। ऐसे में समिति में उनको शामिल करने को लेकर सरकार घिर सकती है।

स्कूल शिक्षा एवं खेल विभाग द्वारा गुरुवार को जारी सरकारी प्रस्ताव (जीआर) के अनुसार सूरज चव्हाण को राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्तकर्ता धनंजय ठाकरे और युवा कार्यकर्ता अधिवक्ता संग्राम शेवाले के साथ विशेष आमंत्रित के रूप में नियुक्त किया गया है। चव्हाण उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में महासचिव हैं।

इस समिति का गठन मूल रूप से राज्य की युवा नीति 2012 की समीक्षा और एक संशोधित मसौदा तैयार करने के लिए किया गया है। हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नई युवा नीति के तहत कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए 10 करोड़ रुपये के प्रावधान को मंजूरी दी थी।

राज्य सरकार का मानना है कि संशोधित नीति कौशल विकास, उद्यमिता, खेल प्रोत्साहन और शासन में युवाओं की भागीदारी पर केंद्रित होगी। अधिकारियों ने बताया कि विविध पृष्ठभूमि के सदस्यों को शामिल करने का उद्देश्य समिति को अधिक प्रतिनिधि बनाना है। आदेश में कहा गया है कि यह नियुक्तियां युवा नेताओं और कार्यकर्ताओं के सहयोग से पैनल को मजबूत बनाने के लिए की गई हैं। उम्मीद है कि समिति इस साल के अंत तक अपनी सिफारिशें सरकार को सौंप देगी।

कार्यकर्ता की कर दी थी पिटाई

ऐसा माना जा रहा है कि सूरज चव्हाण को समिति में शामिल करने पर आपत्ति हो सकती है, क्योंकि लातूर में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान एक कार्यकर्ता को कथित तौर पर पीटने के कारण वे सुर्खियों में आए थे। उस समय विपक्ष ने उनकी आलोचना की थी और कार्रवाई की मांग की थी। जुलाई में चव्हाण ने कथित तौर पर छावड़ा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विजयकुमार घाटगे की पिटाई कर दी थी, जब उन्होंने एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनके सामने मेज पर ताश के पत्ते फेंके थे।

घाटगे और उनके संगठन के अन्य सदस्य तत्कालीन कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। यह मांग तब की गई थी जब एक वायरल वीडियो में कथित तौर पर उन्हें राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के दौरान अपने मोबाइल फोन पर ‘रम्मी’ खेलते हुए दिखाया गया था। विपक्ष की आलोचना के बीच चव्हाण ने राकांपा की युवा शाखा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। बाद में उन्हें पार्टी में महासचिव बना दिया गया।

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