
दिल्ली हाईकोर्ट को बम से उड़ने की धमकी मिलने के एक दिन बाद शनिवार को धौला कुआं के पास स्थित पांच सितारा होटल ताज पैलेस को भी बम से उड़ने की धमकी मिली है। होटल के मैनेजमेंट के पास रात 2:00 बजे धमकी भरा ई-मेल आया था। सुबह उन्होंने मेल को चेक किया तो इसकी जानकारी पुलिस को दी। चाणक्यपुरी थाना पुलिस ने डॉग स्क्वाड, बम निरोधक दस्ते आदि से होटल के सभी फ्लोर की चेकिंग करवाई गई। पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
कल शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में भी इसी तरह का ई-मेल भेजकर धमकी दी गई थी, जांच में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला था। इससे पहले भी दिल्ली में समय-समय पर इसी तरह ई-मेल के जरिए अलग-अलग स्कूलों और सरकारी संस्थानों को बम से उड़ाने की धमकियां मिलती रही हैं। लेकिन जांच पड़ताल में पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिलता।
पूर्व में अदालतों को मिले फर्जी बम के मेल
15 फरवरी 2024- दिल्ली हाईकोर्ट में बम विस्फोट किए जाने की धमकी दी गई। पुलिस द्वारा जांच और निरीक्षण के बाद इसे फर्जी करार दिया गया।
16 अप्रैल 2025- द्वारका जिला अदालत में बम रखे होने की सूचना दी गई। जिसके बाद पूरे अदालत परिसर को खाली कराकर जांच की गई।
1 मई 2025 दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी करते हुए बम होने की धमकी या बम ब्लास्ट के संबंध में उपलब्ध संसाधनों और अन्य पर पूरी जानकारी देने का निर्देश दिया।
इस साल जनवरी से लेकर अगस्त के बीच 100 से ज्यादा स्कूलों को मिल चुकी हैं ऐसी ही धमकी
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अगस्त के बीच दिल्ली-एनसीआर के करीब 100 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों को ऐसी ही धमकियां मिल चुकी हैं। इनमें डीपीएस वसंत विहार, अमेटी स्कूल साकेत, सलवान पब्लिक स्कूल, मॉडर्न स्कूल, वसंत वैली स्कूल, सेंट स्टीफंस कॉलेज और श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) जैसे संस्थान शामिल हैं।
जुलाई में चार दिनों में 50 से ज्यादा स्कूलों को मिली थी धमकी
जुलाई में चार दिनों में 50 से ज्यादा स्कूलों को बम की झूठी धमकी मिली थी। 17 जुलाई को पुलिस ने एक 12 वर्षीय बच्चे को गिरफ्तार किया था, जिसने सेंट स्टीफंस कॉलेज और सेंट थॉमस स्कूल को धमकी ई-मेल भेजा था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अब तक सभी धमकियां झूठी साबित हुई हैं, लेकिन हर मामले को पूरी गंभीरता से लिया जाता है।