
झालावाड़ में सरकारी स्कूल में बच्चों की मौत के मामले में अब सियासी घमासान तेज हो गया है। शहीद स्मारक पर पिछले 48 घंटे से अनशन पर बैठे नरेश मीणा ने सोमवार को सीएमआर के घेराव की चेतावनी दे दी है। मीणा ने एलान किया है कि वे सोमवार 16 सितंबर को सांसद हनुमान बेनीवाल और सैकड़ों समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे।
इस दौरान वे सरकार के कथित मुआवजे के तौर पर दी गई बकरियां लेकर सीएम को भेंट करेंगे। नरेश मीणा ने कहा, “झालावाड़ के सरकारी स्कूल में बच्चों की मौत सरकारी भ्रष्टाचार का नतीजा है। लेकिन सरकार ने पीड़ित परिवारों को इंसाफ के बजाय पांच बकरियों का झुनझुना थमा दिया है। चराने की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर डाल दी गई है।” उन्होंने कहा कि अगर यही मुआवजा है, तो अब हम बकरियां मुख्यमंत्री को सौंपकर उनकी कीमत मांगेंगे।
मीणा ने सरकार से पूछा कि जब दंगों में लोगों को 50 लाख रुपए और संविदा नौकरी मिल सकती है, तो मासूम बच्चों की मौत पर उनके परिजनों को क्यों नजरअंदाज किया जा रहा है? नरेश ने दावा किया है कि आरएलपी चीफ और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल बेनीवाल और चंद्रशेखर आजाद भी सीएमआर पर होने वाले घेराव में उनके साथ होंगे। मीणा ने कहा, “सचिन पायलट से भी बात हुई है, उम्मीद है वो भी साथ आएंगे।”
‘भगत सिंह ब्रिगेड’ का ऐलान
नरेश मीणा ने ऐलान किया है कि वे ‘भगत सिंह ब्रिगेड’ नाम से नया संगठन बनाएंगे, जिसका उद्देश्य सिर्फ आंदोलन नहीं, बल्कि जरूरतमंदों की मदद और युवाओं को संगठित करना होगा। संगठन का ड्रेस कोड और रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। जिसका प्रदेश और देशभर में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन आज से ही शुरू हो गया है। हमारे संगठन का एक ड्रेस कोड होगा। यह संगठन न सिर्फ भगत सिंह की सोच को घर-घर तक पहुंचाने का काम करेगा। बल्कि, जरूरतमंद लोगों की मदद करेगा। इसके साथ ही हम अगले साल 23 मार्च के दिन एक बड़ा ब्लड डोनेशन कैंप भी आयोजित करेंगे। नरेश ने कहा कि फिलहाल हम गांधीवादी तरीके से अनशन पर बैठ अपनी मांग सरकार तक पहुंचा रहे हैं। इसके बाद भी सरकार ने हमारी मांग को पूरा नहीं किया। तो मैं यही अनशन पर बैठा बैठा अपनी जान दे दूंगा। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को मेरी मौत देखनी पड़ेगी।