नवरात्रि में तैयार करें फलाहारी मोमो, आसान है बनाने का तरीका

नवरात्रि के नौ दिनों व्रत रखने वाले लोगों को हर दिन ये सोचने में परेशानी होती है कि ऐसा क्या खाएं जो स्वादिष्ट भी हो और व्रत के नियमों के अनुसार भी चले। इसमें कुट्टू के आटे से बने पकवान सबसे पहले आते हैं। लेकिन इस बार बाजार में कुट्टू के आटे में भारी मिलावट की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे लोग कन्फ्यूज हो गए हैं कि क्या खाएं और क्या नहीं।
ऐसे में आप कुट्टू और सिंघाड़े के आटे को एक तरफ रखकर कुछ नया और हेल्दी ट्राई कर सकते हैं। हम बात कर रहे हैं साबुदाना मोमो की। ये मोमो न सिर्फ व्रत में खाए जाने वाली चीजों से बनाए जाते हैं, बल्कि स्टीम्ड होने के कारण हल्के और पचने में आसान भी होते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि साबुदाना मोमो कैसे बनाएं, ताकि आप भी कुट्टू के आटे को छोड़कर कुछ अलग ट्राई कर सकें।
फलाहारी मोमो बनाने का सामान
साबुदाना (1 कप) – 4–5 घंटे भीगा हुआ
पनीर
भुनी मूंगफली – 1/4 कप
हरी मिर्च – 1
सेंधा नमक – स्वादानुसार
हरा धनिया
नींबू रस
बनाने की विधि
फलाहारी मोमो बनाना काफी आसान है। इसके लिए सबसे पहले तो साबुदाना को कम से कम 4-5 घंटे के लिए भिगो दें। भिगोने के बाद ये पूरी तरह से फूल जाएगा। साबुदाना फूलने के बाद ही अच्छी तरह से बनता है।
जब ये फूल जाए तो इसे छानकर अतिरिक्त पानी को निकाल दें। अब एक कटोरे में रखकर इसे मैश करते हुए आटे की तरह गूंथ लें। इस दौरान समें थोड़ा सा सेंधा नमक डाल लें। इसे 10 मिनट तक साइड में रख दें, ताकि ये सेट हो
जब तक ये सेट हो रहा है, तब तक मोमो की स्टफिंग बना लें। इसके लिए पनीर को अच्छी तरह से पहले कद्दूकस कर लें। अब इसमें पिसी हुई भुनी मूंगफली, बारीक कटी हरी मिर्च, सेंधा नमक, हरा धनिया और नींबू का रस डालकर मिक्स करें।
अब हथेली पर थोड़ा साबुदाना मिश्रण लेकर छोटा सा गोला बनाएं और उसमें भरावन रखें। इसके बाद इसे चारों तरफ से बंद करके मोमो का आकार दे दें। अब स्टीमर या इडली कुकर में 8–10 मिनट तक स्टीम करें। जब ये पारदर्शी दिखने लगे तो मतलब कि साबुदाना बनकर मोमो बनकर तैयार है। इसे फलाहारी हरी चटनी के साथ परोसें।