उड़ीसाराज्य

ओडिशा में थमी न्यायिक प्रक्रिया, वकीलों ने रोका कामकाज

ओडिशा के वकीलों ने वरिष्ठ अधिवक्ता पिताबास पांडा की हत्या के विरोध में बुधवार को पूरे राज्य में अदालतों का काम बंद रखा। इस विरोध का आह्वान ओडिशा राज्य बार काउंसिल ने किया था। वकीलों ने सरकार से अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी, पीड़ित परिवार को मुआवजा, उच्च स्तरीय जांच और एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है।

सोमवार को अज्ञात बदमाशों ने मारी थी गोली

पिताबास पांडा, जो भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य बार काउंसिल के सदस्य थे, की सोमवार रात बेरहामपुर के ब्रह्मनगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दो अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने उन पर 9 एमएम पिस्तौल से गोली चलाई थी। उन्हें सीने में गोली लगी और अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

वकीलों ने रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा

राज्य के सभी बार एसोसिएशनों ने कामकाज बंद कर सरकार पर दबाव बनाया। उड़ीसा उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के सदस्यों ने रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। वहीं भुवनेश्वर बार एसोसिएशन ने जिला एवं सत्र न्यायालय के बाहर धरना दिया। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, विपक्ष के नेता और पूर्व सीएम नवीन पटनायक और अन्य दलों ने घटना की निंदा की है। मुख्यमंत्री ने पुलिस को अपराधियों को सख्त सजा दिलाने के निर्देश दिए हैं।

बीसीआई ने मामले में एसआईटी बनाने की मांग की

बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) ने भी हत्या पर गहरी चिंता जताई और एसआईटी बनाने की मांग की है। बीसीआई अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि वकीलों की सुरक्षा और गरिमा पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। पुलिस ने हत्या की जांच के लिए छह टीमें बनाई हैं, लेकिन घटना के 30 घंटे बीत जाने के बाद भी हमलावरों का कोई सुराग नहीं मिला है। फिलहाल पुलिस पेशेवर अपराधियों पर शक कर रही है।

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