टेक्नोलॉजी

क्या Fast Charging से फोन की बैटरी होती है जल्दी खराब

स्मार्टफोन आज हमारी जिंदगी का एक अहम हिस्सा बन गए हैं। इस डिवाइस ने हमारे कई काम आसान कर दिए हैं और इसमें मिलने वाले AI फीचर्स ने तो इस डिवाइस को एक नए मुकाम पर पहुंचा दिया है। सिर्फ AI फीचर्स ही नहीं, आजकल मोबाइल में कैमरा, बैटरी और प्रोसेसर भी काफी पावरफुल होते जा रहे हैं। पिछले कुछ समय में ऐसे स्मार्टफोन भी मार्केट में आए हैं जो मिनटों में चार्ज हो जाते हैं।

30 वॉट से लेकर 120 वॉट या उससे ज्यादा फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करने वाले फोन भी आजकल मार्केट में काफी पॉपुलर हो रहे हैं। जाहिर है, हर कोई चाहता है कि उसका मोबाइल मिनटों में चार्ज हो जाए, लेकिन क्या फास्ट चार्जिंग से बैटरी लाइफ कम हो सकती है? आज हम आपको इसी बारे में विस्तार से बताएंगे और जानेंगे कि इसके पीछे क्या सच्चाई है…

फास्ट चार्जिंग कैसे करती है असर?

दरअसल, जब भी आप फोन चार्ज करते हैं, तो एक चार्ज साइकिल पूरी होती है। हर साइकिल के साथ बैटरी की क्षमता थोड़ी कम होती जाती है। हालांकि, फ़ास्ट चार्जिंग के दौरान बैटरी में तेजी से हाई वोल्टेज करंट सप्लाई होता है, जिससे बैटरी के अंदर का तापमान बढ़ जाता है। अगर आप लगातार हाई स्पीड चार्जिंग का इस्तेमाल करते हैं, तो इसका असर बैटरी के अंदर मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स पर पड़ सकता है और इसकी वजह से समय के साथ बैटरी की हेल्थ जल्दी खराब हो सकती है।

ज्यादा गर्म होकर खराब हो सकती है बैटरी?

पुराने स्मार्टफोन इस समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित होते थे क्योंकि उनका थर्मल कंट्रोल सिस्टम उतना अच्छा नहीं होता था। हालांकि, आधुनिक फोन्स में कंपनियां हीट सिंक को बेहतर बनाने के लिए एक थर्मल लेयर लगाती हैं और साथ ही एक कूलिंग सिस्टम भी देती हैं ताकि बैटरी ज्यादा गर्म न हो। इसलिए, फास्ट चार्जिंग से बैटरी को तुरंत नुकसान नहीं होता, लेकिन इसे रोजाना लंबे समय तक चार्ज करने से बैटरी की परफॉर्मेंस धीरे-धीरे कम हो सकती है।

फास्ट चार्जिंग बार-बार करनी चाहिए या नहीं?

अगर आप अपने फोन को हर रोज फास्ट चार्जिंग से चार्ज करते हैं, तो इससे बैटरी पर लगातार थर्मल और वोल्टेज का दबाव पड़ता है, जिससे उसकी बैटरी लाइफ तेजी से कम हो सकती है। बैटरी लाइफ बढ़ाने के लिए, आप सेटिंग्स में जाकर फास्ट चार्जिंग को बंद कर सकते हैं। अपने फोन को फास्ट चार्जिंग से सिर्फ जरूरी होने पर ही चार्ज करें।

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