
पंजाब में सोमवार को फिर रिकॉर्ड पराली जली। सूबे में एक दिन में पराली जलाने के 147 नए मामले दर्ज किए गए, जो इस सीजन में अब तक सबसे ज्यादा है। पिछले साल 2024 के मुकाबले भी आज पंजाब में ज्यादा पराली जली। साल 2024 में आज के ही दिन पराली जलाने के 138 मामले हुए थे। इस तरह से मौजूदा सीजन में पराली जलाने के कुल मामलों की गिनती बढ़कर 890 पहुंच गई है।
सोमवार को सबसे अधिक पराली सीएम भगवंत मान के अपने जिला संगरूर में जली। यहां 32 मामले सामने आए, जिससे अब संगरूर जिले में पराली जलाने के कुल मामले बढ़कर 79 हो गए हैं। पंजाब में पराली के लगातार जलने से आठ शहरों का एक्यूआई यलो जोन में दर्ज किया गया।
लुधियाना का एक्यूआई 196 रहा
सीपीसीबी की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को लुधियाना का एक्यूआई 196, जालंधर का 193, अमृतसर का 157, बठिंडा का 148, पटियाला का 140, मंडी गोबिंदगढ़ का 137 और रूपनगर का 116 दर्ज किया गया। डाॅक्टरों के मुताबिक इस तरह के एक्यूआई में खास तौर से दिल, लंग व अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
तरनतारन पराली जलाने में नंबर वन
पंजाब में 249 मामलों के साथ जिला तरनतारन पराली जलाने में सबसे आगे है। तरनतारन के बाद सबसे अधिक 169 मामले जिला अमृतसर से, फिरोजपुर से 87, पटियाला से 46, गुरदासपुर से 41, संगरूर से 79, कपूरथला से 35, बठिंडा से 38, फाजिल्का से 15, जालंधर व बरनाला से 16-16, लुधियाना से 9, मोगा से 15, मानसा से 12, फतेहगढ़ साहिब से भी 15, मुक्तसर से 11, फरीदकोट से 12, एसबीएस नगर व होशियारपुर से तीन-तीन, मालेरकोटला से चार मामले सामने आए हैं। वहीं सोमवार को सीएम भगवंत मान के जिला संगरूर में पराली जलाने के सबसे अधिक 32 मामले हुए। अब तक 266 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है और 296 रेड एंट्रियां की गई हैं।




