अक्टूबर के आखिरी बुधवार पर बन रहे ये शुभ-अशुभ योग

आज यानी 29 अक्टूबर को कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। इस तिथि पर बुधवार पड़ रहा है। सनातन धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सच्चे मन से गणपति बप्पा की पूजा करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। अक्टूबर के आखिरी बुधवार पर कई योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग के बारे में।
तिथि: शुक्ल सप्तमी
मास पूर्णिमांत: कार्तिक
दिन: बुधवार
संवत्: 2082
तिथि: शुक्ल सप्तमी प्रातः 09 बजकर 23 मिनट तक
योग: धृति प्रातः 07 बजकर 51 मिनट तक
करण: वणिज प्रातः 09 बजकर 23 मिनट तक
करण: विष्टि रात्रि 09 बजकर 50 मिनट तक
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: प्रातः 06 बजकर 31 मिनट पर
सूर्यास्त: सायं 05 बजकर 38 मिनट पर
चंद्रोदय: दोपहर 01 बजकर 04 मिनट पर
चन्द्रास्त: रात 11 बजकर 41 मिनट पर
सूर्य राशि: तुला
चंद्र राशि: मकर
पक्ष: शुक्ल
आज के शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: आज नहीं है
अमृत काल: रात 10 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 21 मिनट तक
आज के अशुभ समय
राहुकाल: दोपहर 12 बजकर 05 मिनट से दोपहर 01 बजकर 28 मिनट तक
गुलिकाल: प्रातः 10 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 05 मिनट तक
यमगण्ड: प्रातः 07 बजकर 54 मिनट से प्रातः 09 बजकर 18 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में रहेंगे…
उत्तराषाढ़ा नक्षत्र- सायं 05 बजकर 29 मिनट तक
सामान्य विशेषताएं: परिश्रमी, धैर्यवान, मजबूत, गठीला शरीर, लंबी नाक, तीखे नयन-नक्श, दयालु, अच्छे भोजन और संगति के शौकीन, ईमानदार, विश्वसनीय, बुद्धिमान और दूरदर्शी
नक्षत्र स्वामी: सूर्य देव
राशि स्वामी: बृहस्पति देव, शनि देव
देवता: विश्वदेव (अप्रतिद्वंद्वी विजय के देवता)
प्रतीक: हाथी का दांत या छोटा बिस्तर



