
ओडिशा और पश्चिम बंगाल सहित कुछ अन्य राज्यों पर मोंथा मंगलवार देर रात आंध्र के तट से टकराने के बाद कमजोर पड़ गया। लेकिन उससे पहले भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए, मकान ढह गए और सड़कों पर पानी भर गया। बिजली की आपूर्ति और यातायात प्रभावित हुआ। इस बीच मौसम विभाग ने दो दिनों तक आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तरी तटीय क्षेत्रों में हल्की से सामान्य बारिश का अनुमान व्यक्त किया है।
ओडिशा में 2,000 गर्भवती महिलाओं को प्रसूति गृह में रखा गया
ओडिशा में 25 जगहों पर भारी बारिश हुई। चक्रवात के असर से बचाने के लिए 2,000 से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को प्रसूती गृहों में भर्ती कराया गया। चक्रवात बुधवार सुबह ओडिशा के गंजम जिले पहुंचा और यहां समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठीं। हवा की रफ्तार 80-100 किमी प्रति घंटे पहुंच गई है। मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि गजपति जिले में सबसे ज्यादा बारिश हुई। यहां 150.5 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई। बृहस्पतिवार को भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अनुमान है।




