
लाल किला ब्लास्ट ने जहां राजधानी को झकझोर कर रख दिया है वहीं सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों ने लोगों की चिंता को और गहरा कर दिया है। मंगलवार को इंटरनेट पर ‘सीरियल ब्लास्ट्स’, ‘37 गाड़ियां जलीं’ जैसी झूठी खबरें वायरल होने लगीं। इससे शहरभर में दहशत फैल गई। सोशल मीडिया की यही ताकत उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बनकर सामने आई।
कई यूजर्स ने पुराने वीडियो और तस्वीरें शेयर कर दीं। यहां तक कि मुंबई ब्लास्ट का एक पुराना वीडियो भी ‘दिल्ली का ताजा धमाका’ बताकर शेयर किया गया। इसे 1.2 लाख से ज्यादा व्यूज मिल गए। बाद में ‘एक्स’ प्लेटफॉर्म ने उसे डिलीट कर दिया। इसी बीच, घटना स्थल के पास की दुकानों में काम करने वाले लोगों ने बताया कि धमाका वाकई जोरदार था। एक दुकानदार ने कहा कि आवाज इतनी तेज थी कि कुछ पल को लगा जैसे मौत सामने आ गई। उनका बयान सही था, लेकिन सोशल मीडिया पर चली फेक क्लिप्स ने हालात को और बिगाड़ दिया।
सोशल मीडिया पर ‘हौसला बनाए रखो, दिल्ली’ ट्रेंड
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को मंगलवार दोपहर तक कई शिकायतें मिलीं, जिनमें झूठी खबरें और भ्रामक पोस्ट शामिल थीं। पुलिस ने लोगों से अपील की कि वे केवल अधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। हजारों लोगों ने सोशल मीडिया पर #स्टेस्ट्रोंगदिल्ली और #प्रेफॉरदिल्ली जैसे हैशटैग के साथ एक-दूसरे के लिए दुआएं मांगीं।
मंगलवार का दिन याद दिला गया कि संकट के वक्त सूचना जितनी तेज फैलती है, जिम्मेदारी उससे भी तेज होनी चाहिए। इंस्टाग्राम और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लोगों ने पुलिस, रेस्क्यू टीमों और नागरिकों के साहस की सराहना की। कई यूजर्स ने लिखा कि हम डरे नहीं हैं, दिल्ली हमेशा मजबूत रही है।



