
दिल्ली से आयकर की टीम के करीब 100 अधिकारी 25 गाड़ियों में सवार होकर आए थे। सबसे पहले रेसकोर्स में अधिकारियों की फौज पहुंची और यहीं से अलग-अलग ठिकानों के लिए रवाना हुई। ताबड़तोड़ हुई इस कार्रवाई से कारोबारियों और उनके परिचितों में अफरातफरी की स्थिति बन गई।
कारोबाारियों के घरों को अंदर से बंद कर दिया गया। इस दौरान परिवार वालों से लंबी पूछताछ की गई। किसी की तिजोरी जब्त हुई तो कई के बैंक खातों तक जांच पहुंच गई। कारोबारियों के बैंक खाते भी फ्रीज कर दिए गए।
आयकर विभाग की टीमें सुबह स्कूल के समय पहुंची थीं जो स्कूल जाने वाले बच्चे थे उन्हें जाने दिया गया। इसके बाद घरों को अंदर से बंद कर दिया गया। किसी को भी अंदर आने की अनुमति नहीं थी। जिन जगहों से आयकर विभाग ने कैश बरामद किया उसे गिनने के लिए मशीन भी मंगवाई गई।
किसी के घर में अलमारी की तिजोरी में गहने थे तो उनके बिलों की जांच में ही कई घंटे का समय लग गया। बिलों के बिना मिले गहनों को जब्त कर लिया गया। इस कार्रवाई में दिल्ली की टीमों के साथ स्थानीय टीमों को भी लगाया गया था। हालांकि, स्थानीय अधिकारियों ने इस मामले में कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया है।
दिन भर कारोबारी जगत में होती रहीं चर्चाएं
इस छापे की कार्रवाई की दिन भर कारोबारी जगत में चर्चाएं होती रहीं। इससे पहले भी रियल एस्टेट से जुड़े कारोबारियों के यहां भी आयकर के छापे पड़े हैं। इनमें कई कारोबारी ऐसे हैं जो पहले भी आयकर के रडार पर रहे हैं। इनके यहां कभी सर्वे तो कभी कई और कार्रवाइयां हुई हैं। इसके अलावा शराब कारोबारियों के नाम पहले भी कई कार्रवाई से जुड़े हैं।



