अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने कर दी बड़ी घोषणा

अनिल अंबानी की रिलायंस समूह ने गुरुवार को अपनी दो कंपनियों रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर में अपने पहले कर्मचारी स्टॉक विकल्प (ESOPs) की घोषणा की। रिलायंस समूह ने एक बयान में कहा कि इस पहल में दोनों कंपनियों के 2,500 कर्मचारी शामिल होंगे।
रिलायंस समूह ने एक बयान में कहा, “यह पहल समूह के इस दृढ़ विश्वास को दर्शाती है कि इसके कर्मचारी इसकी सबसे बड़ी संपत्ति हैं और विकास, परिवर्तन और सतत मूल्य सृजन की यात्रा में विश्वसनीय भागीदार हैं।”
2024 में ही मिल गई थी यह मंजूरी
कंपनी कर्मचारी स्टॉक विकल्प प्रदान करने के लिए 3 नवंबर, 2024 को शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई थी। समूह ने कहा कि अधिकांश कर्मचारी अपनी निष्ठा और कंपनी के कायाकल्प की यात्रा में योगदान के सम्मान में 10 रुपये प्रति शेयर के अंकित मूल्य पर अपने विकल्पों का प्रयोग करने के हकदार होंगे। बयान के अनुसार, रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के संयुक्त निवेशक आधार में 50 लाख से अधिक शेयर धारक हैं।
रिलायंस समूह 28,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है और लाखों ग्राहकों/उपभोक्ताओं को सेवा प्रदान करता है। इसके पास 1,07,123 करोड़ रुपये की संपत्ति और 40,856 करोड़ रुपये की निवल संपत्ति है।
RPower औप RInfra के कर्मचारियों को मिलेगा ESOPs
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के ही कर्मचारियों को कर्मचारी स्टॉक विकल्प दिया जाएगा। दोनों ही कंपनियां ग्रुप की प्रमुख कंपनियों में से से एक हैं। शुक्रवार को रिलायंस पावर के शेयर 0.22 % बढ़कर 41.35 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे। वहीं, रिलायंस इन्फ्रा के शेयर 1.54 % बढ़कर 187.50 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (आरइंफ्रा) का संचालन इसके निदेशक मंडल और कार्यकारी प्रबंधन द्वारा किया जाता है, जिसमें अनिल अंबानी कंपनी के प्रमोटर हैं। आरइंफ्रा भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में एक प्रमुख कंपनी है, जिसका संचालन बिजली वितरण, परिवहन, इंजीनियरिंग एवं निर्माण, और रक्षा क्षेत्रों में होता है। कंपनी और उसका प्रबंधन विभिन्न वित्तीय और कानूनी मामलों में शामिल रहा है, जिसमें दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत चल रही कार्यवाही और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी एजेंसियों द्वारा की जा रही जांच शामिल हैं।
अनिल अंबानी रिलायंस पावर (RPower) का संचालन करते हैं, जिसके वे अध्यक्ष और प्रमुख प्रवर्तक हैं। यह कंपनी बड़े रिलायंस समूह का हिस्सा है, जिसमें अनिल अंबानी और उनका परिवार प्रवर्तक समूह के रूप में कार्यरत हैं।




