
जांच के घेरे में आए अल फलाह विश्वविद्यालय और उसके मेडिकल कॉलेज पर कार्रवाई की तैयारी है। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने कहा है, विश्वविद्यालय पर कार्रवाई की स्थिति में विद्यार्थियों का भविष्य बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा। उन्हें दूसरे कॉलेजों में स्थानांतरित किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा राज्य निजी विवि एक्ट के तहत आने वाले अल फलाह में गैर-चिकित्सा कार्यक्रम भी चलते हैं। इसलिए मान्यता पर अंतिम निर्णय हरियाणा सरकार ही लेगी। इसके बाद ही एनएमसी कोई कदम उठाएगा। आयोग ने आश्वस्त किया, विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति, इंटर्नशिप, रजिस्ट्रेशन व भविष्य की पढ़ाई सुरक्षित रखने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
राष्ट्रविरोधी गतिविधियां रोकने के लिए आएंगे दिशा-निर्देश…एनएमसी
देशभर के मेडिकल संस्थानों और पेशेवरों के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी जारी करेगा। इसका मकसद तमाम चिकित्सा संस्थानों और पेशेवरों को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने से रोकना है।
अल फलाह के पुराने छात्र का आतंकी लिंक सामने आया
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को अल-फलाह के पूर्व छात्र मिर्जा शादाब बेग के आतंकी लिंक का पता चला है। शादाब बेग इंडियन मुजाहिदीन का भगोड़ा आतंकी है
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, बेग 2007 में अल-फलाह का छात्र था। तब अल-फलाह इंजीनियरिंग कॉलेज था। इसे 2014 में विश्वविद्यालय का दर्जा मिला था
यूपी के आजमगढ़ का रहने वाला बेग 2008 में राजस्थान और गुजरात में हुए धमाकों में वांछित है
डॉ. मुजम्मिल, शाहीन समेत चार एनआईए की गिरफ्त में
दिल्ली धमाके की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल के सिलसिले में पकड़े गए तीन डॉक्टरों और एक मौलवी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। इन सभी पर कार में धमाका करने वाले डॉ. उमर नबी की मदद करने का आरोप है।
एनआईए ने पुलवामा के रहने वाले डॉ. मुजम्मिल शकील गनई, अनंतनाग के डॉ. अदील अहमद राथर, लखनऊ की डॉ. शाहीन सईद और शोपियां के मुफ्ती इरफान अहमद वागे को बृहस्पतिवार को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें 10 दिन की एनआईए हिरासत में सौंप दिया।
एनआईए ने चारों को जम्मू-कश्मीर से हिरासत में लिया था। जांच एजेंसी के अनुसार, चारों ने लाल किला के पास धमाके में अहम भूमिका निभाई थी। इनसे पूछताछ में पूरी साजिश, फंडिंग व लॉजिस्टिक सपोर्ट जैसे पहलुओं का पता लगाया जा सकेगा।
अब तक छह आरोपी गिरफ्तार
एनआईए पूरे आतंकी माड्यूल का पता लगाने में जुटी है। एजेंसी ने कहा, अब तक गिरफ्तार छह आरोपी सफेदपोश आतंकी माड्यूल का हिस्सा हैं। धमाके की साजिश रचने और अंजाम देने में सीधे तौर पर जुड़े थे। तीनों डॉक्टर और मौलवी से पूछताछ में एनआईए को अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।




