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बिना मैदे के बनाएं खस्ता मठरी, बेहतर स्वाद के साथ सेहत के लिए फायदेमंद भी

आज-कल लोग हेल्दी खाने की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, इसीलिए मैदा खाने से पीछे हट रहे हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मैदा से बनी चीजें शरीर पर कई तरह के दुष्प्रभाव छोड़ती हैं।

मैदा पचने में भारी होता है और लगातार सेवन करने पर वजन बढ़ना, पाचन समस्या और ब्लड शुगर असंतुलन जैसी दिक्कतें हो सकती हैं। ऐसे में लोग मैदा की मठरी भी खाने से पीछे हट रहे हैं। इसीलिए हम आपके लिए लेकर आए हैं बिना मैदे की मठरी की आसान और हेल्दी रेसिपी, जिसे आप घर में ही आसानी से तैयार कर सकते हैं।

ये मठरी न सिर्फ ज्यादा कुरकुरी बनती है बल्कि स्वाद में भी लाजवाब होती है। अगर आप चाय के साथ खाने के लिए हेल्दी स्नैक ढूंढ रहे हैं, तो बिना मैदे वाली खस्ता मठरी आपके लिए बिल्कुल परफेक्ट विकल्प है। तो बस बिना देर किए आसान विधि से इसे तैयार करें।

बिना मैदे की खस्ता मठरी बनाने का सामान
2 कप गेहूं का आटा
½ कप सूजी
2 टेबलस्पून तेल या घी
स्वादानुसार नमक
1 टीस्पून अजवाइन
गुनगुना पानी
तेल – तलने के लिए

विधि

बिना मैदे की मठरी बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में गेहूं का आटा, सूजी, नमक और अजवाइन डालें। फिर उसमें थोड़ा सा पिघला हुआ घी मिलाकर अच्छे से मिक्स करें। ध्यान रखें कि मिश्रण ऐसा हो कि मिश्रण को हाथ में दबाने पर बंध जाना चाहिए। यहीं से मठरी खस्ता बनती है।

इसके बाद अब गुनगुने पानी से सख्त आटा गूंथें। मठरी के लिए आटा थोड़ा टाइट होना चाहिए। इससे तलने पर मठरी कुरकुरी बनती है। आटे को गूंथने के बाद आटे की छोटी लोइयां बनाएं और मोटी गोल मठरी बेलें। बीच में कांटे से छेद कर दें जिससे मठरी फूलें नहीं।

अब कड़ाही में तेल गरम करें और मठरी को धीमी आंच पर गोल्डन ब्राउन होने तक तलें। धीमी आंच पर तलने से मठरी अंदर तक कुरकुरी बनती है। थोड़ा ठंडा होने दें और चाय के साथ सर्व करें। इस मठरी को 15–20 दिन तक एयरटाइट डिब्बे में स्टोर भी कर सकते हैं।

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