
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की हवा फिर से जहरीली हुई है। ठंड बढ़ने के साथ ही AQI 400 पार पहुंच गया है। सर्दी बढ़ने के साथ ही तापमान में गिरावट आई है, जिसके कारण प्रदूषक कण हवा में फंस गए हैं और स्थिति ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है।
कई इलाकों में AQI 400 के पार
गुरुवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 349 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी को दर्शाता है। CPCB के आंकड़ों के अनुसार कई मॉनिटरिंग स्टेशनों पर AQI 400 के निशान को पार कर गया है, जो ‘गंभीर’ श्रेणी मानी जाती है। ठंडी और धीमी हवाओं के कारण वायु प्रदूषक (PM2.5 और PM10) ऊपर उठने के बजाय सतह के पास जमा हो रहे हैं, जिससे सांस लेना मुश्किल हो रहा है।
दिल्ली के सर्वाधिक प्रदूषित इलाके (AQI):
इलाका AQI (गंभीर श्रेणी)
वजीरपुर 406
बावना 405
रोहिणी 400
विवेक विहार 400
नेहरू नगर (लाजपत नगर) 395
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि हवा में PM2.5 और PM10 का उच्च स्तर फेफड़ों और हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है।
NCR में अभी नहीं मिलेगी राहत
दिल्ली के पड़ोसी NCR शहरों में भी हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। नोएडा में AQI 364, ग्रेटर नोएडा में 375, गाजियाबाद में 357 और गुरुग्राम में 300 रिकॉर्ड किया गया। ग्रेटर नोएडा और नोएडा में निर्माण कार्य और ट्रैफिक जाम को प्रदूषण का मुख्य कारण माना जा रहा है।
आज दिल्ली में न्यूनतम तापमान 11-13 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, जिसके चलते सुबह हल्का कोहरा भी देखा गया। इसके अलावा अगले 24 घंटों में प्रदूषण के स्तर में कोई खास सुधार होने की उम्मीद नहीं है। 28 और 29 नवंबर को भी AQI ‘गंभीर’ से ‘बहुत खराब’ के बीच बना रह सकता है।
GRAP-3 की पाबंदियां हटने के बावजूद खतरा
बीते दिन (बुधवार) को AQI में मामूली सुधार (327) दर्ज होने के बाद कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने GRAP-3 की पाबंदियां हटा ली थीं।




