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ये है भारत का सबसे पुराना ज्वेलर, मुगल काल से बेच रहा गहने

भारत में एक से एक बड़ी ज्वेलरी कंपनियां हैं। इनमें कई का इतिहास 100 साल से अधिक पुराना है। जैसे कि P. N. Gadgil Jewellers का इतिहास 193 साल पुराना है। इसकी शुरुआत 1832 में हुई थी। मगर ये भारत की सबसे पुरानी ज्वेलरी कंपनी नहीं है। सबसे पुरानी ज्वेलरी कंपनी है चंदूकाका सराफ ज्वेल्स । जी हां चंदूकाका सराफ ज्वेल्स का इतिहास लगभग दो सदी पुराना है।

1827 में हुई थी शुरुआत
चंदूकाका सराफ ज्वेल्स की शुरुआत सन 198 साल पहले सन 1827 में हुई थी। यानी ये कंपनी मुगल काल से भी पुरानी है, जिसका अंत 1857 में हुआ था। सन 1827 में चंदूलाल शाह ने पुणे के पास पहला स्टोर खोला था, जबकि आज इसके पूरे महाराष्ट्र में स्टोर मौजूद हैं।

कितना रहा रेवेन्यू
चंदूकाका सराफ ज्वेल्स की पैरेंट कंपनी चंदूकाका सराफ एंड संस प्राइवेट लिमिटेड है, जिसने 31 मार्च 2024 को खत्म हुए फाइनेंशियल ईयर (FY24) में ₹4,190 करोड़ का रेवेन्यू कमाया। यह रेवेन्यू पिछले साल (FY23) की तुलना में 18% की कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) दिखाता है।

आज किसके हाथ में है कमान
आज चंदूकाक सराफ ज्वेल्स के चेयरमैन किशोरकुमार जिनदत्त शाह और नेहा किशोरकुमार शाह इसकी डायरेक्टर हैं। वहीं सम्यक किशोरकुमार शाह कंपनी के एमडी हैं।

कहां-कहां हैं स्टोर
आज कंपनी के स्टोरी कई शहरों में फैले हैं। इनमें बारामती, बारामती एमआईडीसी, पुणे – चंदननगर, पुणे – हड़पसर, अकलुज, संगमनेर, नासिक, अहिल्यानगर, पंढरपुर, सोलापुर, फलट, इंदापुर, पनवेल
बीड, धुले और नाटेपुते शामिल हैं।

आज चली रही कई स्कीम
चंदूकाका सराफ ज्वेल्स कई स्कीम भी चलाती है। इनमें गोल्डन एरा स्कीम शामिल है, जिसके तहत मेकिंग चार्ज पर 50 फीसदी डिस्काउंट मिलता है। वहीं गोल्ड ड्रीम प्लान के तहत जीरो फीसदी मेकिंग चार्ज और स्मार्ट वेडिंग प्लान के तहत मेकिंग चार्ज 50 फीसदी और डायमंड ज्वैलरी के लिए इंस्टॉलमेंट अमाउंट पर 30 फीसदी बेनेफिट मिलता है।

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