मध्य प्रदेश में सर्दी का डबल अटैक, बर्फीली हवाओं से तापमान और गिरेगा

मध्य प्रदेश में ठंड अपने सबसे तीखे तेवर दिखा रही है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए कोल्ड वेव अलर्ट जारी किया है। बुधवार और गुरुवार को भोपाल, इंदौर, विदिशा, राजगढ़, शाजापुर और सीहोर में शीतलहर चलने की चेतावनी है। उत्तर भारत से आ रही सर्द हवाएं और ऊंचाई पर सक्रिय जेट स्ट्रीम के कारण ठंड का असर और गहराने वाला है। भोपाल में रात का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि शहडोल के कल्याणपुर में पारा 4.7 डिग्री तक गिर गया, जो प्रदेश में सबसे कम रहा। इंदौर समेत 25 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया।
जेट स्ट्रीम से बढ़ी ठंड की धार
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में जेट स्ट्रीम 222 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सक्रिय है। जमीन से करीब 12 किलोमीटर ऊपर बहने वाली यह तेज हवा जब पहाड़ों से उतर रही ठंडी और बर्फीली हवाओं से मिलती है, तो सर्दी और तीव्र हो जाती है। इसी का असर मध्य प्रदेश में साफ दिखाई दे रहा है।
पहाड़ों की ठंड, मैदानी इलाकों का असर
कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में समय से पहले हुई बर्फबारी, राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र और पंजाब-हरियाणा-दिल्ली की ठंडी हवाएं तीनों दिशाओं से आ रही हवाएं प्रदेश को ठिठुरा रही हैं। हालात ऐसे हैं कि पचमढ़ी में झीलों और तालाबों से भाप उठती दिखी, वहीं रायसेन में फसलों पर ओस की बूंदें जम गईं।
इन शहरों में रात सबसे सर्द
भोपाल: 7.2°
इंदौर: 6.1°
ग्वालियर: 9°
उज्जैन: 9.5°
जबलपुर: 8.5°
राजगढ़, नौगांव, उमरिया, रीवा, मलाजखंड, बैतूल, रायसेन, शिवपुरी, मंडला, दतिया, खजुराहो, दमोह, नरसिंहपुर, सतना, छिंदवाड़ा, सीधी और टीकमगढ़ जैसे शहरों में भी पारा 6 से 9.8 डिग्री के बीच दर्ज किया गया।
ठंड लंबी क्यों चलेगी?
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक इस बार ला नीना प्रभावी है, जिससे प्रशांत महासागर ठंडा हुआ है और ठंडी हवाएं एशिया व भारत की ओर ज्यादा ताकत से बढ़ी हैं। ऊपर से पहाड़ों पर जल्दी हुई बर्फबारी और बार-बार सक्रिय हो रहा पश्चिमी विक्षोभ ठंड को और लंबा खींच रहा है। अनुमान है कि जनवरी में 20 से 22 दिन तक कोल्ड वेव का असर रह सकता है। दिन के तापमान में भी 4 से 6 डिग्री तक गिरावट आ सकती है, जिससे कई इलाकों में कोल्ड डे जैसे हालात बनेंगे।





