
ओडिशा कांग्रेस ने बारबाटी-कटक के पूर्व विधायक मोहम्मद मोक़ीम द्वारा लिखे गए पत्र को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी का कहना है कि पत्र जिस तरह से मीडिया में लाया गया और जिस समय सामने आया, उससे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश साफ झलकती है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) मीडिया सेल के अध्यक्ष अरबिंद दास ने सोमवार को कहा कि जब कांग्रेस दिल्ली में एक बड़े मुद्दे को लेकर आंदोलन कर रही है, ठीक उसी दौरान चार दिन पहले लिखे गए पत्र का सार्वजनिक होना गंभीर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि यह पत्र आंतरिक सुधार के बजाय पार्टी को कमजोर करने की मंशा से सामने लाया गया प्रतीत होता है।
अरबिंद दास ने मोक़ीम के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि इस तरह राहुल गांधी को निशाना बनाना पूरी तरह अनुचित है। उन्होंने पत्र के उद्देश्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब मोक़ीम की बेटी अब भी कांग्रेस से जुड़ी हैं, तब इस पत्र के जरिए आखिर क्या संदेश देना चाहा गया।
दास ने कहा कि हर नेता को पार्टी के अंदर अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन मोक़ीम ने 48 घंटे भी इंतजार नहीं किया और सीधे मीडिया का सहारा लिया। बड़े आंदोलन से ठीक चार दिन पहले पत्र का प्रकाशित होना साफ दर्शाता है कि यह पार्टी को जोड़ने के लिए नहीं, बल्कि उसे नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया कदम है।
वहीं, मोक़ीम के इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व पीसीसी अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने इसे कांग्रेस का आंतरिक मामला बताया। हालांकि उन्होंने कहा कि किसी भी नेता की नाराजगी को सार्वजनिक मंच पर लाना उचित नहीं है। निरंजन पटनायक ने कहा कि हर राजनीतिक दल में असंतोष होता है।
ऐसे मुद्दों का समाधान पार्टी के भीतर ही होना चाहिए। यह कहना गलत होगा कि कांग्रेस में कोई असंतुष्ट नेता नहीं हैं। उन्होंने यह भी माना कि पार्टी नेतृत्व को मोक़ीम बाबू की नाराजगी को समय रहते दूर करना चाहिए था।
उनका योगदान भुलाया नहीं जा सकता। 1980 के बाद कांग्रेस कटक में नहीं जीत पाई थी, लेकिन उनके नेतृत्व में पार्टी ने वहां दो बार जीत दर्ज की। उनकी बेटी भी उसी सीट से चुनी गईं और उनका काम सराहनीय रहा। नुआपड़ा उपचुनाव के बाद दिए गए कुछ बयानों से उन्हें ठेस पहुंची हो सकती है। इसमें हम सभी की जिम्मेदारी बनती है। इस विवाद को पार्टी के अंदर ही सुलझाया जाना चाहिए था।
उल्लेखनीय है कि ओडिशा कांग्रेस से निष्कासन के कुछ ही घंटों बाद मोहम्मद मोक़ीम ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है बल्कि पार्टी के भीतर की खामियों की ओर केवल ध्यान दिलाया है।



