
राजधानी दिल्ली और नोएडा एक बार फिर जहरीली धुंध (Smog) की सफेद चादर में लिपटे नजर आ रहे हैं। ग्रैप-4 (GRAP-4) की पाबंदियां हटते ही प्रदूषण ने दोबारा अपना आक्रामक रूप दिखाना शुरू कर दिया है। हवा की गति थमने की वजह से प्रदूषक तत्व (Pollutants) वातावरण में जमा हो गए हैं जिससे दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 400 के पार पहुंच गया है।
दिल्ली के गंभीर (Severe) इलाके
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के सुबह 7 बजे के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली के कई हिस्सों में हवा की स्थिति खतरनाक स्तर पर है:
विवेक विहार: 424 (सबसे खराब)
जहांगीरपुरी: 417
नरेला: 413
आनंद विहार: 410
रोहिणी: 409
बवाना: 404
इन आंकड़ों से साफ है कि दिल्ली की हवा एक बार फिर सांस लेने लायक नहीं रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की सुस्त रफ्तार ही इस बढ़ते प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है।
ठंड और कोहरे का कहर: 7 डिग्री तक गिरा पारा
प्रदूषण के साथ-साथ दिल्ली-NCR अब भीषण ठंड और शीतलहर (Cold Wave) की चपेट में भी है। बीते दिन दिल्ली का सफदरजंग इलाका सबसे ठंडा रहा जहां तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। कोहरे की वजह से सुबह और शाम के वक्त सड़कों पर विजिबिलिटी काफी कम हो गई है, जिससे यातायात पर भी असर पड़ रहा है।
मौसम विभाग (IMD) का पूर्वानुमान और जेट स्ट्रीम
मौसम विभाग के अनुसार उत्तर-पूर्वी भारत के ऊपर समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊंचाई पर पश्चिमी जेट स्ट्रीम 125 समुद्री मील की रफ्तार से चल रही है। इसके साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) सक्रिय है, जबकि दूसरा विक्षोभ 30 दिसंबर के आसपास सक्रिय हो सकता है।
आगामी दिनों का हाल:
बादल और कोहरा: 27, 31 दिसंबर और 1 जनवरी को आसमान में बादल छाए रहेंगे। अगले दो दिनों तक घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है।
तापमान में बदलाव: अगले 2 दिन में न्यूनतम तापमान में 1-2 डिग्री की और गिरावट आ सकती है। हालांकि उसके बाद तापमान में मामूली बढ़ोतरी होने की संभावना है।
सेहत का रखें ख्याल
बढ़ते प्रदूषण और गिरते तापमान को देखते हुए डॉक्टरों ने लोगों को कुछ विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
बाहर निकलते समय N95 मास्क का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें।
हृदय और सांस के मरीज सुबह की सैर (Morning Walk) से परहेज करें।
ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों की परतों का उपयोग करें।




