AI में बेहतर भविष्य के लिए सरकार करेगी वित्तीय मदद
सरकार इंडिया एआई मिशन को ग्लोबल इंडिया एआई समिट (Global IndiaAI Summit) में लॉन्च करेगी। Global IndiaAI Summit अगले महीने जुलाई के पहले हफ्ते के लिए शेड्यूल किया गया है।ग्लोबल इंडिया एआई समिट दो दिन का इवेंट होगा। यह इवेंट 3 -4 जुलाई को होगा। मंत्रालय ने इस प्रोग्राम के लिए टॉप शिक्षण संस्थानों जैसे IIT NIT से नॉमिनेशन के लिए छात्रों को इनविटेशन भेजना शुरू कर दिया है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय ने एआई में भविष्य के टैलेंट को बढ़ावा देने के लिए इंडिया एआई मिशन का एलान किया है।
एआई के प्रैक्टिकल एप्लीकेशन और थ्योरी नॉलेज के बीच के गैप को खत्म करने के लिए मंत्रालय ने प्रोग्राम के लिए 10,372 करोड़ रुपये का बजट अलोकेट किया है।
सरकार इंडिया एआई मिशन को ग्लोबल इंडिया एआई समिट (Global IndiaAI Summit) में लॉन्च करेगी। Global IndiaAI Summit अगले महीने जुलाई के पहले हफ्ते के लिए शेड्यूल किया गया है।
कब होगा ग्लोबल इंडिया एआई समिट
ग्लोबल इंडिया एआई समिट दो दिन का इवेंट होगा। यह इवेंट 3 -4 जुलाई को होगा। इवेंट नई दिल्ली में आयोजित होगा।
मंत्रालय ने इस प्रोग्राम के लिए टॉप शिक्षण संस्थानों जैसे IIT, NIT से नॉमिनेशन के लिए छात्रों को इनविटेशन भेजना शुरू कर दिया है। शिक्षण संस्थान हर कैटेगरी B.Tech और M.Tech से 10-10 छात्रों को एआई प्रोजेक्ट्स के लिए चुनेंगे।
कौन कर सकता है आवेदन
नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (National Institutional Ranking Framework ) के टॉप 50 में जगह पाने वाले कॉलेजों से B.Tech या M.Tech की डिग्री प्राप्त करने वाले इंजीनियरिंग छात्र आवेदन कर सकते हैं।
B.Tech छात्रों के पास अपने लेटेस्ट सेमेस्टर में 80% ओवरऑल स्कोर होना चाहिए। वहीं M.Tech छात्रों के लिए एआई से जुड़े पीजी प्रोग्राम के लिए एनरोल होना जरूरी होगा। इसके अलावा, M.Tech छात्रों के लिए AI या इससे जुड़े सब्जेक्ट पर थीसिस करना जरूरी होगा।
प्रोग्राम के लिए सेलेक्ट किए गए B.Tech छात्रों को तीन किस्तों में 1 लाख रुपये की फ़ेलोशिप मिलेगी और M.Tech छात्रों को 50,000 रुपये की चार किस्तों में 2 लाख रुपये मिलेंगे।
यह फेलोशिप कार्यक्रम एआई प्लान को आगे बढ़ाने वाले छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम का उद्देश्य जी से बढ़ते क्षेत्र में कुशल कार्यबल को बढ़ावा देना है।