
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को जान से मारने की धमकी देने वाले को दिल्ली पुलिस की स्पेशल स्टाफ की टीम ने गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने शराब के नशे में फोन कर धमकी दी थी। पकड़े गए आरोपी की पहचान श्लोक तिवारी के तौर पर हुई है।
धमकी देकर कर लिया था फोन बंद
गाजियाबाद कोतवाली की डायल 112 पर गुरुवार की देर रात अनजान कॉलर ने कॉल कर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद कॉलर ने अपना मोबाइल बंद कर लिया था। कॉलर को पकड़ने के लिए सर्विलांस और दो पुलिस टीम गठित कर दी गई थी।
कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह दिल्ली भाजपा की महासचिव और भाजपा के महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रहीं। 50 वर्षीय रेखा का जन्म हरियाणा के जींद जिले में स्थित नंदगढ़ गांव में 1974 में हुआ था। उनके पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अधिकारी पद पर थे। 1976 में रेखा का परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया था। तब उनकी उम्र महज दो साल थी। इसके बाद रेखा की प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक दिल्ली में हुई।
मूल रूप से हरियाणा की रहने वाली हैं
रेखा गुप्ता का मूल निवास हरियाणा के जींद जिले से हैं, लेकिन वे मात्र दो वर्ष की आयु में दिल्ली आ गई थीं और तभी से यहीं रह रही हैं। उनकी पूरी शिक्षा दिल्ली में ही हुई है। छात्र जीवन के दौरान वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ीं, और इसी संगठन के माध्यम से उन्होंने राजनीति में सक्रिय रूप से योगदान देना शुरू किया। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) में विभिन्न पदों पर कार्य किया। उनकी छात्र राजनीति में मजबूत पकड़ और संगठनात्मक कौशल ने उन्हें आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रेखा गुप्ता की पढ़ाई-लिखाई
दिल्ली की मुख्यमंत्री की शैक्षणिक पृष्ठभूमि की बात करें तो उन्होंने बीकॉम और एलएलबी की डिग्री हासिल की है। उन्होंने अपनी बीकॉम की पढ़ाई दौलत राम कॉलेज से पूरी की। इसके अलावा, लॉ की पढ़ाई उन्होंने चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ से की है।
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर
रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत छात्र जीवन से ही कर दी थी। उन्होंने 1992 में दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलत राम कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के माध्यम से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की सक्रिय सदस्य रही हैं और संगठनात्मक कार्यों में उनकी मजबूत पकड़ रही है। वर्ष 1996-97 में वे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की महासचिव बनीं और बाद में अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी संभाली।
2007-2009 के बीच लगातार दो वर्षों तक उन्होंने महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति, एमसीडी की अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली। अब, 2025 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने शालीमार बाग सीट से जीत दर्ज की है। अब वर्तमान में दिल्ली की मुख्यमंत्री हैं।