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सेंटर इंचार्ज को नहीं बताया था कौन से सेट बंटने हैं, समय पर बॉक्स भी नहीं खुले

बहादुरगढ़ में एक सेंटर के अभ्यर्थियों को ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं। इस बार नीट परीक्षा पहले दिन से सुर्खियों में रही है। स्कूल संचालक बोले कि ग्रेस मार्क्स की गड़बड़ी में केंद्रों का कोई रोल नहीं, निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। 

हरियाणा के बहादुरगढ़ के तीन सेंटरों में हुई नीट परीक्षा का परिणाम विवादों में है। बहादुरगढ़ के विजया स्कूल, एसआर सेंचुरी स्कूल और नजफगढ़ रोड स्थित हरदयाल स्कूल में नीट परीक्षा हुई थी। तीनों केंद्रों पर अभ्यर्थियों को दो पेपर बंटे थे। खास बात यह है इन केंद्रों में से सिर्फ हरदयाल स्कूल में पेपर देने वालों को ग्रेस मार्क्स दिए गए।

स्कूल मैनेजमेंट का कहना है कि दो पेपर बंटने के बाद एक वापस ले लिया गया था। परीक्षार्थियों को 30 मिनट का अतिरिक्त समय भी दिया गया था। ग्रेस मार्क्स एनटीए ने दिए हैं। इसमें परीक्षा केंद्रों का कोई रोल नहीं है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। फिलहाल इस मामले में नीट और एनटीए की तरफ से स्कूल मैनेजमेंट से कोई पूछताछ नहीं की गई है।

झज्जर रोड स्थित विजया स्कूल के संचालक आरएन किंद्रा का कहना है कि उनसे गूगल पर परीक्षा केंद्र और पेपर से संबंधित एक फॉर्म भरवाया गया है। इसमें उन्होंने सफाई दी है कि केंद्र पर दो पेपर बांटे गए थे। 30 मिनट बाद एक पेपर वापस ले लिया गया था। हालांकि बाद में अभ्यर्थियों का समय बर्बाद होने की वजह से 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया था।

उन्होंने बताया कि 5 मई को सिटी एग्जाम को-ऑर्डिनेटर वीन झा ने हमें दो बॉक्स दिए थे। लेकिन, किसी ने नहीं बताया था कि कौन से पेपर बांटने हैं? या इसमें दो अलग-अलग सेट हैं। सिर्फ यही कहा गया कि दोपहर 1 बजकर 15 मिनट पर यह बॉक्स अपने आप खुल जाएंगे।

1.15 बजे हमारे सेंटर पर एक बॉक्स खुला। तीन बॉक्स नहीं खुले तो सुपरिंटेंडेंट ने एनटीए के अधिकारियों को फोन किया। उन्होंने निर्देश दिया कि बॉक्स तोड़ दें या साथ दी हुई आरी से काट दें। इसी असमंजस में हमने पेपर के दोनों सेट बांट दिए।

बाद में बताया एक ही बैंक से लेने थे पेपर : अंशु
हरदयाल स्कूल के प्रिंसिपल अंशु यादव का कहना है कि हमसे कहा गया था कि 5 मई की सुबह साढ़े 8 बजे झज्जर एसबीआई ब्रांच और केनरा बैंक से बॉक्स कलेक्ट करने हैं। हमने ये प्वाइंट उठाया था, लेकिन सिटी को-ऑर्डिनेटर वीएन झा ने कहा गया कि एनटीए की ओर से निर्देश दिए गए हैं। बाद में एनडीए के सीनियर कंसल्टेंट ने कहा कि पेपर सिर्फ एक ही बैंक से लेने थे और क्यूआरएसटी सीरीज देनी थी। 37 मिनट हो चुके हैं तो बच्चों को एमएनओपी सीरीज को ही सॉल्व करने दें। अगर किसी का समय बर्बाद हुआ हो तो उन्हें अतिरिक्त समय दे देना, लेकिन किसी स्टूडेंट का समय बर्बाद नहीं हुआ। इसलिए अतिरिक्त समय नहीं दिया गया।

एनटीए को दे दी थी दूसरे पेपर की जानकारी: वीएन झा
एसआर सेंचुरी स्कूल के प्रिंसिपल व नीट के सिटी को-ऑर्डिनेटर वीएन झा का कहना है कि हरदयाल पब्लिक स्कूल में पेपर के कन्फ्यूजन के चलते थोड़ी देर से परीक्षा शुरू हुई। मैंने इतना कहा था कि एक्स्ट्रा टाइम दे दीजिए। अब उन्होंने दिया या नहीं, इसका मुझे नहीं पता। जो दूसरा पेपर चल गया था उसके लिए मैंने एनटीए को बता दिया था।

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